Saving Scheme: बढ़ती महंगाई में जितनी सैलेरी मिलती है वो कम ही लगती है. लेकिन घर परिवार को आदर्श तरीके से चलाने के लिए बेहद जरूरी है कि आप उसी सैलेरी में से ही बचत भी करें. भले ही वो बहुत कम है लेकिन जरूरी है. ये छोटी सी बचत समय आने पर आपकी बहुत बड़ी मदद कर सकती है. अगर आप आपनी सैलेरी से पैसे जोड़ना नहीं जानते तो हम आपको इसका फॉर्मूला बताते हैं. सबसे पहले तो आपको अपनी सैलेरी को अलग-अलग भागों में बांटना चाहिए और फिर उन पैसों के हिसाब से खर्चे करने चाहिए. ये कैसे करना है इसके स्मार्ट टिप्स हम आपको दे रहे हैं. घर में जितने पैसे आएं कम हैं लेकिन वही पैसे अगर आप सही तरीके से एडजस्ट करें तो जीवन में आपको कभी कोई परेशानी नहीं होगी. इनकम और खर्चों के बीच का संतुलन आपके घर की शांति बनाए रखने के लिए भी बहुत जरूरी है.
1. 50-30-20 नियम:
इस नियम के अनुसार, आपकी सैलेरी का 50 प्रतिशत आपकी आवश्यकताओं के लिए, 30 प्रतिशत मनोरंजन के लिए, और 20 प्रतिशत बचत के लिए जोड़ना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके जीवन में आर्थिक संकट नहीं आता.
2. आपत्ति बचत:
सैलेरी का एक छोटा हिस्सा आपत्ति बचत के लिए रखना बहुत जरूरी है. यह आपको अचानक आने वाली आपत्तियों के साथ सामना करने की क्षमता प्रदान करेगा. कोई भी परेशानी बिना पैसों के दूर नहीं होती. महंगाई के समय में किसी से उधार भी मुश्किल मिलता है ऐसे में आपका वही जोड़ा हुआ धन आपके मुश्किल समय में आपके काम आएगा.
3. सबसे पहले बचत:
जब आप सैलेरी का हिस्सा निकालते हैं, सबसे पहले बचत के लिए रखें इससे आप नियमित रूप से बचत करने में सक्षम होते हैं. अगर आप सारे खर्चे निकालने के बाद बचत के पैसे निकालेंगे तो कभी नहीं बचा पाएंगे. लेकिन आप जब बचत के पैसे निकालने के बाद खर्चों का हिसाब करेंगे तो आसानी से उन्हीं पैसों में खर्चा एडजस्ट कर लेंगे.
5. बचत के लिए खाता:
एक अलग सा बचत का खाता खोलें और वहां से आपकी बचत को सुरक्षित रखें. इससे आप उस धन को आसानी से पहचान सकते हैं जो बचत के लिए निर्धारित है. इस अकाउंट को सिर्फ पैसे डालने के लिए इस्तेमाल करें निकालने के बारे में ना सोचें.
6. बचत के लिए लक्ष्य:
एक निर्धारित बचत के लक्ष्य को निर्धारित करें जो आपको आने वाले कुछ समय में दिनचर्या से बाहर कर सकता है. अगर आप टारगेट के साथ सेविंग करेंगे तो जल्द पैसा जोड़ पाएंगे.
इन आसान तरीकों का अनुसरण करके आप अपनी सैलेरी में जोड़ाव कर सकते हैं और अपने आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau