Small Savings Schemes Rates: अगर आप लोक भविष्य निधि (PPF-Public Provident Fund), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC-National Savings Certificate), सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना जैसी लघु बचत योजनाओं में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है. दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं के ऊपर मिलने वाले ब्याज दर में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है. सरकार के इस फैसले के बाद पब्लिक प्रोविडेंट फंड और एनएससी के ऊपर मिलने वाला सालाना ब्याज दर क्रमश: 7.1 फीसदी और 6.8 फीसदी रहेगा.
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वित्त मंत्रालय से जारी अधिसूचना के मुताबिक 2021-22 की तीसरी तिमाही (एक अक्टूबर 2021 से 31 दिसंबर 2021) के लिए लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज की दरें यथावत बनी रहेंगी. इसका मतलब यह है कि दूसरी तिमाही (एक जून 2021 से 30 सितंबर, 2021) के दौरान जो ब्याज दरें थी उसी स्तर पर ब्याज दरें बनी रहेंगी. बता दें कि 31 मार्च को वित्त मंत्रालय ने छोटी योजनाओं पर ब्याज दर 1.10 फीसदी तक घटाया था. नोटिफिकेशन में नई दरें नए वित्तीय साल की एक अप्रैल 2021 से लागू होने की बात कही गई थी. हालांकि विरोध बढ़ने के बाद सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया था. सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 फीसदी ब्याज, पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 7.4 फीसदी, एक साल से पांच साल के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर 5.5 से 6.7 फीसदी होगी. वहीं पांच साल की आवर्ती जमा पर ब्याज दर 5.8 फीसदी रहेगा.
हर तीन महीने में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें होती हैं तय
गौरतलब है कि सरकार हर तीन महीने में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें तय करती है. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP), सुकन्या समृद्धि योजना समेत छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों का हर तीन महीने में रिवीजन किया जाता है.
HIGHLIGHTS
- लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज की दरें यथावत रहेंगी
- सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है