एयरलाइन प्रमुख स्पाइसजेट (SpiceJet) ने यात्री विश्वास बढ़ाने के लिए कोरोना वायरस (Coronavirus Epidemic) से संबंधित बीमा कवर (Insurance Cover) का विकल्प चुनने की सुविधा प्रदान करने के लिए एक अनूठी पहल की घोषणा की. यह बीमा कवर 12 महीनों की अवधि के लिए वैध है. यह 443 रुपये से 1,564 रुपये प्रति वर्ष (जीएसटी सहित) प्रीमियम पर 50 हजार रुपये से तीन लाख रुपये तक का बीमा होगा. एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि बीमा अस्पताल के खचरें और क्रमश: 30 और 60 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के सभी खचरें को कवर करता है.
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गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस के साथ किया समझौता
एयरलाइन ने कहा कि व्यापक कवर में कोविड-19 पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर परीक्षण, दवा और परामर्श शामिल हैं. स्पाइसजेट ने इस बीमा (Insurance) कवर की पेशकश के लिए अपनी डिजिट इलनेस ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी (Digit Illness Group Insurance Policy) के जरिए गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस (Go Digit General Insurance Limited) के साथ साझेदारी की है. एयरलाइन के अनुसार, बीमा में अस्पताल के कमरे या आईसीयू किराए पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है. यानी इसके किराये को लेकर कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है, जिससे रोगी को अधिक लाभ मिलता है.
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5.03 लाख फंसे भारतीयों को वंदे भारत मिशन के जरिए स्वदेश लाया गया: केंद्र
केंद्र ने मद्रास उच्च न्यायालय को मंगलवार को सूचित किया कि वंदे भारत मिशन के जरिए दो महीने से भी कम समय में 137 देशों में फंसे 5,03,990 भारतीयों को स्वदेश लाया गया है. उसने बताया कि इस मिशन के जरिए जिन राज्यों के सर्वाधिक निवासी लौटे हैं, उनकी सूची में तमिलनाडु चौथे नंबर पर है. भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल आर शंकरनारायणन ने बताया कि दूसरे देशों में फंसे केरल के सर्वाधिक (94,085) निवासी स्वदेश लौटे. इसके बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात एवं आंध्र प्रदेश के निवासी लौटे हैं. (इनपुट एजेंसी)