पर्यावरण (Environment) के लिए खतरा बन चुके प्लास्टिक से अब दुनिया निजात पाना चाह रही है. भारत भी अब आज यानि 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) को बैन करने जा रहा है. आज (2 अक्टूबर) से प्लास्टिक से बने बैग, कप और स्ट्रॉ पर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पाबंदी (Plastic Ban) लगाने की तैयारी कर रही है, लेकिन ये भी जानना बेहद जरूरी है कि सिंगल यूज प्लास्टिक है क्या और इससे कौन-कौन सी चीजें बनी हुई हैं.
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क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक
प्लास्टिक कई माइक्रॉन में बनता है. वहीं 40 माइक्रोमीटर (माइक्रॉन) या उससे कम स्तर के प्लास्टिक को सिंगल यूज प्लास्टिक कहा जाता है. बता दें कि प्लास्टिक से बने ऐसे उत्पादों को सिर्फ एक ही बार उपयोग में लाया जा सकता है. इन उत्पादों को रिसाइकिल भी नहीं कर सकते हैं. इन उत्पादों से पर्यावरण का काफी नुकसान है और पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है. बता दें कि सिंगल यूज प्लास्टिक के सिर्फ 1/13वां हिस्से यानी लगभग 7.5 फीसदी की ही रीसाइक्लिंग हो पाती है.
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बाकी प्लास्टिक मिट्टी में दफन हो जाता है, जो पानी की सहायता से समुद्र में पहुंचता है और वहां के जीवों को नुकसान पहुंचाता है. अधिकांश प्लास्टिक बायोडिग्रेडेबल नहीं हैं और कुछ समय में प्लास्टिक टूटकर जहरीले रसायन भी छोड़ते हैं. ऐसे रसायन पानी और खाद्य सामग्रियों के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचते हैं और गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं.यही वजह है कि सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी लगा रही है.
सिंगल यूज प्लास्टिक की श्रेणी में आने वाले रोजमर्रा के सामान
- सब्जी की पतली वाली पन्नी (सब्जी लाने वाली)
- प्लास्टिक वाले चाय के कप
- पानी की बोतल
- कोल्ड ड्रिक्स की बोतल
- कोल्ड ड्रिंक की स्ट्रॉ
- ऑनलाइन शॉपिंग वाली पॉलिथीन
- प्लास्टिक की प्लेट
- जन्मदिन पर केक के साथ मिलने वाला चाकू
- प्लास्टिक के चम्मच और कांटे
- डिस्पोजेबल आइटम्स
- थर्मोकोल के सभी सामान