Online Fraud: डिजिटली ठग फ्रॅाड के नए-नए तरीके खोजते रहते हैं. जैसे ही यूजर्स थोड़े सतर्क होते हैं वे ठगी का नया तरीका मार्केट में ले आते हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक अब ठगों ने ऑनलाइन शॅापिंग फर्जी कंपनियां मार्केट में उतारी हैं. जिनपर तरह-तरह के लुभावने ऑफर दे रहे हैं. साथ ही प्रॅाडेक्ट को खरीदने के लिए क्लिक करने की अपील की जा रही है. जैसे ही यूजर्स प्रॅाडेक्ट को खरीदने के लिए फर्जी शॅापिंग साइट पर क्लिक करता है तो अकाउंट खाली हो जाता है. साइबर सेल से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दो माह से फर्जी शॅापिंग एप या साइट से ठगी करने के मामले बढ़े हैं. इसलिए मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.
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ये है फर्जी शॉपिंग वेबसाइट्स की पहचान करने का तरीका
फेक शॉपिंग वेबसाइट्स कई प्रकार की होती हैं. जिन्हें भी इसकी जानकारी होगी वह हन शॉपिंग वेबसाइट को ध्यान से देखेगा और आश्वस्त होने पर ही उस वेबसाइट पर क्लिक करेगा. आपको बता दें कि इन वेबसाइट का लुक, रंग, लोगो, नाम, फॉन्ट सबकुछ हूबहू किसी भी मशहूर शॉपिंग या ई-कॉमर्स वेबसाइट की तरह होता है. अगर आपने असली और नकली वेबसाइट की पहचान करने में गलती कर दी, तो जैसे ही आप पेमेंट के लिए क्लिक करेंगे आपके कार्ड का सारा डाटा चोरी हो जाएगा. इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले या वेबसाइट पर क्लिक करने के पहले उसके लोगो, डोमेन आदी को अच्छे से परख लें.
कार्ड की डिटेल चुराना मकसद
आपको बता दें कि ये किसी वेबसाइट की कॉपी नहीं होते हैं लेकिन इन पर ब्रांडेड चीजें सस्ते दाम पर बेचने का दावा किया जाता है. वेबसाइट पर केवल सामान की फोटो लगाकर ऑर्डर ले लिया जाता है. आप ऑर्डर तो दे देते हैं लेकिन वह सामान कभी आपके घर पहुंचेगा ही नहीं क्योंकि वेबसाइट पर केवल प्रॉडक्ट्स की तस्वीरें लगाई जाती हैं. असली मकसद तो आपकी और आपके कार्ड की डीटेल चुराना होता है.
ये बरतें सावधानी
अगर वेबसाइट के लिंक की शुरुआत में https:// निशान ना दिखे, तो समझिये कि आप नकली वेबसाइट पर हैं. लुक, लोगो और फॉन्ट को ध्यान से देखें. नकली वेबसाइट की स्पेलिंग, फॉन्ट टाइप बिलकुल असली वेबसाइट जैसी होती है. जैसे Amazon की जगह नकली वेबसाइट का नाम Amezon होगा. ऐसे उल्टे-पुलटे नाम पर नजर पड़ते ही सतर्क हो जाएं. इसके साथ ही बिजनेस रेटिंग पर भी ध्यान दें. जिसकी रेटिंग बहुत ज्यादा दिखाई देती वह भी फर्जी होने का प्रमाण हैं. क्योंकि उसकी कोई रेटिंग होती ही नहीं. जिसके चलते फर्जी तरीके से ही रेटिंग भी अंकित कर दी जाती है.
HIGHLIGHTS
- जालसाज फेसबुक सहित अन्य सोशल साइट पर दे रहे लुभावने ऑफर
- छोटी सी गलती के बाद वर्षों की कमाई हो जाएगी निल
Source : News Nation Bureau