UK Election Results: ब्रिटेन में आम चुनावों के नतीजे सामने आ चूके हैं और जैसा के ओपिनियंस पोल्स में बताया जा रहा था कि लेबर पार्टी को यहाँ एक बहुत बड़ी जीत हासिल हुई है. 650 सीटों के हॉउस ऑफ़ कॉमन्स में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 326 सीट्स पर जीतना जरूरी है और अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक लेबर पार्टी 410 सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है. यह बहुत ही अच्छा प्रदर्शन है लेबर पार्टी का, क्योंकि पिछली बार के मुकाबले लेबर पार्टी ने करीब 209 सीटें ज्यादा जीती हैं. वहीं कंजर्वेटिव पार्टी जो पिछले 14 साल से सत्ता में है और जिसने पांच प्रधानमंत्री इस देश को दिए, पिछले 14 साल में उसे एक करारी हार का सामना करना पड़ा है. कंजर्वेटिव पार्टी अब तक कुल 119 सीटें जी चुकी है जो पिछली बार से करीब 200 अड़तालीस सीटें कम है.
आज जो नतीजे सामने आ रहे हैं उससे ये साफ हो चुका है. कीर स्टार्मर इस देश के नए प्रधानमंत्री होंगे. इस बड़ी जीत के बाद कीर स्टार्मर ने कहा है कि ये पब्लिक सर्विस की राजनीति की तरफ एक नई शुरुआत होगी. ब्रिटेन अब दोबारा से पब्लिक सर्विस की राजनीति करेगा. उन्होंने कहा कि जो लेबर पार्टी है वो बदलाव की तरफ काम करेगी और लोगों ने बदलाव के लिए ही वोट किया है. ऋषि सुनक भले ही अपनी सीट से जीत गए हैं, लेकिन उनकी पार्टी कंजर्वेटिव पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही ज्यादा खराब रहा है. यही ओपिनियन पोल्स भी बार बार बता रहे थे, लेकिन फिर भी एक उम्मीद जताई जा रही थी कि हो सकता है ये पोल सही ना हो और कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच का जो फासला है वो कम होता जाए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं हुआ. आखिरकार लेबर पार्टी को एक बहुत बड़ी जीत हासिल हुई है.
ऋषि सुनक ने कीर स्टार्मर से बात करके उन्हें जीत की बधाई दी. इसके साथ ही यह कहा है कि एक बहुत शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होगा. तीसरे नंबर पर लिबरल डेमोक्रेट पार्टी आई है, जिसने 71 सीटें जीती हैं और पिछली बार के मुकाबले में उन्हें 63 सीटों का फायदा हुआ है. लंदन में आज सुबह से ही बारिश का माहौल है और बताया जा रहा है कि करीब साढ़े 10:00 बजे के आसपास ऋषि सुनक प्रधानमंत्री निवास से आखिरी बार निकलेंगे और बकिंगघम पैलेस जाकर किंग चार्ल्स को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. आपको बता दें कि ये चुनाव बहुत ही एक हीटेड कैंपेन था. दोनों ही पार्टियों के बीच में टैक्सेशन और इमिग्रेशन से जुड़े हुए थे. यहाँ बढ़ती कॉस्ट ऑफ़ लिविंग और महंगाई को लेकर एक बहुत बड़ी चर्चा थी. लोगो बदलाव चाह रहे थे, क्योंकि पिछले 14 साल से लगातार कन्ज़र्वटिव पार्टी की सरकार सत्ता संभाले हुई थी. लोगों को लग रहा था कि कंजर्वेटिव पार्टी अपने वादों को नहीं निभा सकी है और बदलाव का समय आ चुका है.
Source : News Nation Bureau