UP Scholarship : यूपी सरकार की ओर से हर साल करीब 40 लाख छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दी जाती है. यह राशि स्टूडेंट्स के बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर की जाती है, लेकिन इस बार बड़ी संख्या में विद्यार्थी छात्रवृत्ति से चूक सकते हैं. इसलिए इस वर्ष अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग के स्टूडेंस स्कॉलरशिप से वंचित रह सकते हैं, क्योंकि डाटा संशोधन के लिए सामाज कल्याण विभाग की ओर से 14 फरवरी तक का समय निर्धारित किया गया है. सामाज कल्याण विभाग ने इस तारीख तक विद्यार्थियों को परिणाम देने को कहा है.
कोरोना महामारी की वजह से जिस तरह से स्कूल-कॉलेज बंद हैं, उसे देखते हुए लग रहा है कि 14 फरवरी 2022 तक विद्यार्थियों का रिजल्ट जारी नहीं पाएगा. इस वजह से छात्रों की छात्रवृत्ति फंस सकती है. विभाग ने यह भी अनिवार्य किया है कि जिस कक्षा के लिए छात्र आवेदन कर रहे हैं उसका रिजल्ट वित्तीय वर्ष समाप्त होने के पहले उन्हें हर हाल में देने होंगे.
गौरतलब है कि समाज कल्याण विभाग अनुसूचित जाति के उन छात्रों को स्कॉलशिप देता है, जिनके परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम होती है. दसवीं और इसके ऊपर की कक्षाओं में अध्ययनरत स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप के लिए विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं. इसके बाद इसे संबंधित संस्था अग्रसारित करती है. जिन छात्रों के डाटा में विभाग को त्रुटि नजर आती है, उसे फिर से संस्थान को संशोधन के लिए रिटर्न भेज दिया जाता है, संशोधन के बाद फिर से संस्थान इसे विभाग को भेज देता है.
Source : News Nation Bureau