Vande Metro Train: नव वर्ष पर वंदे भारत (vande bharat)की तर्ज वंदे मेट्रो ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी. जिससे यात्रियों को ज्यादा सुविधा मिलेगी. केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnav) इसकी घोषणा कर चुके हैं. रेल मंत्री के मुताबिक वंदे मेट्रो ट्रेन पूरे देश में बड़ी संख्या में चलाई जाएंगी. इन्हें 1950 और 1960 के डिजाइन वाली ट्रेनों की जगह चलाया जाएगा. उन्होने ये भी बताया कि 2023 में ही इन ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी. कई वंदे मेट्रो ट्रेनों की मैन्यूफेक्चरिंग देश में ही चल रही है. उन्होने बताया कि ये वंदे मेट्रो ट्रेन निचले व मिडिल क्लास लोगों के लिए वरदान साबित होगी. देश की मोदी सरकार ज्यादातर फैसले निचले स्तर के लोगों को ध्यान में रखकर ही कर रही है.
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मिडिल क्लास लोग होंगे लाभांवित
रेल मंत्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री लाइन में पीछे खड़े लोगों के जीवन में खुशियां लाना चाहते हैं. इसलिए वंदे मेट्रो ट्रेन भी पूरी तरह मिडिल क्लास और निचले स्तर के लोगों को ध्यान में रखते हुए ही शुरु की जा रही है. साथ ही उन्होने ये भी बताया वंदे मेट्रो ट्रेनों को भारतीय इंजीनिय ही डिजाइन कर रहे हैं. ट्रेन का डिजाइन 2023 में ही पूरा कर लिया जाएगा. हालाकि ट्रेनों के संचालन में अभी समय लग सकता है.
वर्ल्ड क्लास होगी वंदे मेट्रो
रेल मंत्री के मुताबिक वंदे मेट्रो ट्रेन सरकार का ऐतिहासिक कदम है. लोगों को वंदे मेट्रो के माध्यम से वर्ल्ड क्लास सेवाएं देने के लिए सरकार काम कर रही है. साथ ही इस दौरान रेल मंत्री रेलवे के निजिकरण से इंकार कर दिया है. साथ ही कहा कुछ काम पीपीपी मॅाडल पर कराया गया है. इसका मतलब ये नहीं है कि रेलवे का निजिकरण हो रहा है. उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार व देश के नेता नरेन्द्र मोदी आम जनता को ध्यान में रखते हुए सभी फैसले लेते हैं.
HIGHLIGHTS
- रेल मंत्री ने कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेनों की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर चल रहा काम
- वंदे भारत की तर्ज पर की जाएगी वंदे मेट्रो ट्रेन, यात्रियों को मिलेगी ज्यादा सुविधा