Vistara Airlines: टाटा के स्वामित्व वाली एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया और विस्तारा बहुत जल्द एक हो सकती हैं. क्योंकि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से पहले ही विलय योजना को मंजूरी दे चुका है. वहीं आने वाली 23 सितंबर को मर्जर के लिए मतदान किया जाएगा. शेयर होल्डर्स के वोटों की संख्या के आधार पर विलय को लेकर फैसला लिया जाएगा. यही नहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबकि एयर इंडिया और विस्तारा को क्रेडिटर्स से मंजूरी मिल गई है. सिर्फ शेयर होल्डर की संख्या की बात शेष है. जिसे 23 सितंबर को पूरा कर लिया जाएगा. हालांकि अभी तक टाटा की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है....
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टाटा संस ने किया था मर्जर फाइल
आपको बता दें कि टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस ने अप्रैल में सीसीआई के साथ विलय एपलीकेशन फाइल किया था. जिसमें कहा गया था कि एयर इंडिया के साथ विस्तारा केइंटीग्रेशन से कॉम्पिटेटिव लैंडस्केप में कोई बदलाव नहीं आएगा. साथ कोई प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं पड़ेगा. बताया जा रहा है कि मार्च 2024 तक दोनों कंपनियों का विलय हो सकता है. यानि दोनों कंपनियां मार्च में एक ही नाम से जानी जाएंगी. इसका मसौदा तैयार हो चुका है. सूत्रों का दावा है कि शेयर धारकों की बात हो चुकी है. सिर्फ ओपचारिक रूप से मतदान होना शेष है.
टाटा संस के स्वामित्व में है एयर इंडिया
दरअसल, पिछले साल ही एयर इंडिया को टाटा एंड संस ने अपने स्वामित्व में लिया था. विस्तारा की बात करें तो विस्तारा टाटा संस और एसआईए के बीच 51:49 का ज्वाइंट वेंचर है. लेकिन अब टाटा संस इसे भी अपने स्वामित्व में करना चाहती है. आपको बता दें कि कंसोलिडेशन प्लान के अनुसार, एयर इंडिया और विस्तारा मिलकर एक फूल सर्विस यूनिट बनाएंगे. जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयरएशिया इंडिया एक कम लागत वाली एयरलाइन बनाने के लिए आपस में विलय करेंगे...
HIGHLIGHTS
- मर्जर के लिए 23 सितंबर के लिए होगा मतदान, एयरलाइन कंपनियों का विलय संभव
- इंडिया में कॉम्पिटेटिव पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा
- भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से पहले ही विलय योजना को मिल चुकी है मंजूरी
Source : News Nation Bureau