अगर आप नेटबैंकिंग (Net Banking) का इस्तेमाल करते हैं तो आपके मन में यह बात तो जरूरत आती होगी कि आखिर NEFT, IMPS और RTGS क्या है. इसके अलावा इन तीनों में फर्क क्या है और तीनों ही तरीकों से पैसे ही तो ट्रांसफर किए जाते हैं. यह बात बिल्कुल सही है कि इन तीनों ही माध्यमों से पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं लेकिन तीनों ही माध्यमों में कुछ अंतर भी है जिसे आप सभी को जानना बेहद जरूरी है. आज की इस रिपोर्ट में हम NEFT, IMPS और RTGS के बीच क्या अंतर है और ये कैसे काम करते हैं इस पर चर्चा करने की कोशिश करेंगे.
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NEFT क्या है (What Is NEFT)
NEFTएक पेमेंट सिस्टम है, जो ग्राहकों को एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. ऑनलाइन बैंकिंग पर फोकस बढ़ाने वाला एनईएफटी फंड ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला सबसे चर्चित तरीकों में से एक है. इससे कोई भी उपभोक्ता अपने बैंक अकाउंट से देशभर में किसी भी अन्य बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकता है. NEFT के जरिए लोग 2 लाख की राशि किसी भी वक्त ट्रांसफर कर सकते हैं. पिछले साल दिसंबर 2019 में आरबीआई ने बचत खाता धारकों से NEFT पर किसी तरह का शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया था.
पिछले साल NEFT को रोजाना 24 घंटे के लिए किया गया था शुरू
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इससे पहले दिसंबर 2019 में एनईएफटी प्रणाली (National Electronic Funds Transfer-NEFT) को हर रोज चौबीसो घंटे खुला किया था. रिपोर्ट के अनुसार एनईएफटी उस समय से चौबीसो घंटे सुचारु रूप से काम कर रही है.
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क्या है RTGS (What Is RTGS)
RTGS के जरिए पैसे का लेनदेन काफी तेज तरीके से किया जा सकता है. हालांकि NEFT और IMPS के जरिए भी पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं लेकिन इनके जरिए पैसे ट्रांसफर पर ज्यादा चार्ज देना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर NEFT के जरिए पैसे ट्रांसफर करने पर रियल टाइम में पैसे ट्रांसफर भी नहीं होते हैं. वहीं इसके विपरीत RTGS में पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर होते हैं. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बैठक के बाद ऐलान किया है कि दिसंबर से RTGS को 24 घंटे सातों दिन चालू रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अब 24 घंटे और सातों दिन भुगतान के तत्काल निपटान की सुविधा यानि RTGS (Real Time Gross Settlement) के जरिए पैसे ट्रांसफर किए जा सकेंगे. NEFT की तुलना में RTGS प्रणाली के जरिए तुरंत पैसे भेजे या प्राप्त किए जा सकते हैं. Real Time का अर्थ है पैसे भेजते ही तुरंत इसकी प्रकिया शुरू हो जाए.
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RTGS के जरिए कितना पैसा किया जा सकता है ट्रांसफर
आरटीजीएस (RTGS) के जरिए 2 लाख रुपये या उससे अधिक की रकम को ट्रांसफर किया जा सकता है. पिछले साल दिसंबर 2019 में आरबीआई ने बचत खाता धारकों से RTGS पर किसी तरह का शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया था. रिजर्व बैंक (RBI) ने आरटीजीएस ट्रांसफर के लिए समय में डेढ़ घंटे तक का विस्तार किया था. आरटीजीएस अभी केवल बैंकों के सभी कार्यदिवसों में (दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़ कर) सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक खुला रहता है. आरबीआई ने कहा है कि आरटीजीएस के चौबीसो घंटे उपलब्ध होने से भारतीय वित्तीय बाजार को वैश्विक बाजार के साथ समन्वित करने के निरंतर जारी प्रयासों तथा भारत में अंतराष्ट्रीय वित्तीय केद्रों के विकास में की मदद होगी. इससे भारतीय कंपनियों और संस्थाओं को भुगतान में और आसानी होगी.
IMPS-National Payment Corporation of India (What Is IMPS)
आईएमपीएस (तत्काल भुगतान सेवा) आपको अपने बैंक खाते तक पहुंचने और तत्काल और सुरक्षित रूप से फंड ट्रांसफर करने में सहायता करती है. आप सक्रिय इंटरनेट कनेक्टिविटी से युक्त लैपटॉप या पीसी पर नेटबैंकिंग का उपयोग करके पैसा भेज सकते हैं. आप अपने बैंक अकाउंट से किसी भी दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. आईएमपीएस की सुविधा में ग्राहक की ओर से निधि अंतरण (फंड ट्रांसफर) का अनुरोध मिलते ही लाभार्थी खाते में पैसे को तत्काल क्रेडिट कर दिया जाता है. मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की मदद से इंटर-बैंक लेनदेन की सुविधा मिलती है. आईएमपीएस की सुविधा साल के 365 दिन और 24 घंटे जिसमें छुट्टियां भी शामिल हैं मिलती है. IMPS का उपयोग करके कोई भी व्यक्ति एक दिन में 2 लाख रुपये ट्रांसफर कर सकता है.
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आईएमपीएस के जरिए 2 लाख रुपये तक का ट्रांसफर किया जा सकता है. 2 लाख रुपये से अधिक ट्रांसफर के लिए एनईएफटी और 10 लाख रुपये से अधिक की राशि के लिए आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) का विकल्प चुन सकता है. IMPS के जरिए फंड ट्रांसफर के लिए न्यूनतम 2.5 रुपये और अधिकतम 25 रुपये का शुल्क लगता है. इसके अतिरिक्त जीएसटी भी देना पड़ता है. बता दें कि IMPS चार्ज बैंक की पॉलिसी के तहत होते हैं और कोई भी बैंक शुल्क को माफ या फिर चार्ज कर सकता है.
Source : News Nation Bureau