क्रेडिट स्कोर एक निर्धारित आंकड़ा है जो एक व्यक्ति की वित्तीय प्रतिष्ठिति को मापता है। यह आंकड़ा व्यक्ति के क्रेडिट हिसाब की भुगतान की इतिहास और उसकी वित्तीय जिम्मेदारियों को आधारित करता है। क्रेडिट स्कोर को लोन की मंजूरी या अनुमोदन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह बैंक, ऋण दाता, और वित्तीय संस्थाओं द्वारा लोन की मंजूरी के निर्णय को लेने में मदद करता है। क्रेडिट स्कोर का आकलन व्यक्ति के क्रेडिट रिपोर्ट से किया जाता है, जिसमें उसकी क्रेडिट विवरण, भुगतान का इतिहास, ऋण की स्थिति, और अन्य वित्तीय जानकारी शामिल होती है। क्रेडिट स्कोर की उच्चता वित्तीय संस्थाओं द्वारा विश्वासयोग्यता के दृष्टिकोण से अच्छा माना जाता है, जबकि कम स्कोर के चलते लोन की मंजूरी में कठिनाई हो सकती है।
बैंक या वित्तीय कंपनी से कर्ज लें
यदि आप अपना स्कोर 700 के पार रखना चाहते हैं ताकि आपको किसी बैंक से आसानी से लोन मिल सके. इसलिए किसी भी बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) से कर्ज लेने का प्रयास करना चाहिए. साथ ही अपना ट्रैक रिकॅार्ड ठीक रखना चाहिए. किसी भी सूरत में लोन की किस्तों की आउटस्टैंडिंग नहीं होने देना है. इस कर्ज की किस्तें समय से चुकाने पर आपका क्रेडिट स्कोर मजबूत होने लगेगा. कोशिश करें कि आपकी किस्त बाउंस न हो इससे क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है. जब आपका स्कोर अच्छा हो जाएगा तो बैंक खुद आपको लोन देने के लिए संपर्क करेंगे.
क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं
बिल भुगतान समय पर: सभी वित्तीय संस्थाओं के बिल और ऋण की किस्तों को समय पर भुगतान करना महत्वपूर्ण है।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग सावधानी से: क्रेडिट कार्ड का सयंत्र उपयोग सावधानी से करें और इसे समय पर भुगतान करें।
क्रेडिट लाइन का बढ़ावा: क्रेडिट लाइन को बढ़ाने के लिए वित्तीय संस्थाओं से बातचीत करें।
वित्तीय संस्थाओं के साथ संबंध सुधारें: किसी भी नकदी या आउटस्टैंडिंग बकाया को समय पर चुका दें।
वित्तीय संस्थाओं से अच्छा संबंध बनाएं: वित्तीय संस्थाओं के साथ अच्छे संबंध बनाएं और उनसे नियमित वार्ता करें।
उच्च क्रेडिट कार्ड का उपयोग: उच्च क्रेडिट लाइन वाले कार्ड का उपयोग करें और उनका उपयोग सावधानी से करें।
क्रेडिट लाइन का बढ़ावा: क्रेडिट लाइन को बढ़ाएं और उसका उपयोग करें, लेकिन अधिक नहीं।
अनुभवी सहायता: अनुभवी वित्तीय परामर्शक से सहायता लें जो आपको क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
बैलेंस ट्रांसफर कार्ड का उपयोग: यदि संभव हो, तो उच्च ब्याज वाले कार्ड के बालेंस को बैलेंस ट्रांसफर कार्ड पर स्थानांतरित करें।
क्रेडिट रिपोर्ट की निगरानी: नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की निगरानी करें और किसी भी त्रुटि को सही करें
Source : News Nation Bureau