1 May Rule Changing: वैसे तो हर माह की एक तारीख आपके जीवन में कुछ न कुछ बदलाव जरूर लेकर आती है. लेकिन अप्रैल और मई का माह इसलिए खास माना जाता है कि नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत होती है. आपको बता दें कि 1 मई का आपके जीवन व जेब से सीधा सरोकार है. क्योंकि कई बैंकों ने मई से नए सर्विस चार्ज शुरु करने की घोषणा की है तो सबके जीवन में अहम रोल रखने वाली एलपीजी गैस के दाम भी 1 मई को रिवाइज होंगे. बताया जा रहा है कि इस बार घरेलू सिलेंडर के दामों में कुछ कमी देखने को मिल सकती है. क्योंकि लगातार क्रूड ऑयल के दामों में कमी देखने को मिल रही है. साथ ही अप्रैल माह में कॅामर्शियल सिलेंडर के दामों को बढ़ाया गया था.
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जीएसटी म्यूचुअल फंड को लेकर बदलाव
मीडिया रिपोर्ट के मुताबकि मई माह शुरूआत में आपको जीएसटी, म्यूचुअल फंड के कई बदलाव देखने को मिलेंगे. जैसे 1 मई से म्यूचुअल फंड बिना ई-केवाइसी के नहीं शुरू होगा. वहीं जीएसटी काउंसलिंग की बैठक में कुछ वस्तुओं पर कर बढ़ाने की बात कही जा रही है. हालांकि किस पर कितना बढ़ेगा या घटेगा इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है. आपको बता दें कि अभी तक जीएसटी के इनवॉयस जनरेट करने और उसे अपलोड करने की तारीख के लिए ऐसी कोई लिमिट तय नहीं थी. लेकिन अब 100 करोड़ से ऊपर के टर्नओवर कंपनियों को हर सप्ताह लेन-देन के ब्योरे की रशीद जमा करनी होगी.
घट सकते हैं गैस के दाम
आपको बता दें कि प्रतिमाह घरेलू व व्यापारिक गतिविधियों में यूज होने वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम रिवाइज किये जाते हैं. 1अप्रैल की बात करें तो सिर्फ कॅामर्शियल के सिलेंडर के दामों में बदलाव किया गया था. लेकिन घरेलू गैस सिलेंडर के दाम पिछले कई माह से उतने ही हैं. आसमान छूते गैस के दाम कुछ घट जाएं तो जनता चैन की सांस लें. विभागीय सूत्रों का दावा है कि पिछले एक सप्ताह से क्रूड ऑयल के दामों में कमी देखने को मिली है. इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में कटौति हो सकती है.
म्यूचुअल फंड मे केवाईसी जरूरी
आजकल शेयर मार्केट से ज्यादा लोग म्यूचुअल फंड पर भरोसा जता रहे हैं. इसलिए सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए वित्तीय लेनदेन और निवेश से जुड़े बाकी सभी प्लेटफॉर्म की तरह अब म्यूचुअल फंड में भी केवाईसी कराना आवश्यक कर दिया गया है. कोई भी निवेशक बिना केवाइसी के कहीं भी निवेश न करें. अन्यथा पैसा फंस भी सकता है. जानकारी के मुताबिक बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को कहा है कि निवेशक केवाईसी वाले ई-वॉलेट से ही निवेश करें . 1 मई से ये नियम भी लागू कर दिया जायेगा.
HIGHLIGHTS
- एलपीजी सिलेंडर के रेट घटने की संभावनाएं, बैंक सर्विस चार्ज में भी होगा बदलाव
- जीएसटी, म्यूचुअल फंड और बैकिंग सहित कई बदलाव होंगे लागू
- कई रूट्स पर समर स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी में रेलवे
Source : News Nation Bureau