Work From Home : कोरोना महामारी की वजह से न सिर्फ आर्थिक व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है, बल्कि लोगों की जीवनशैली में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. करीब 3 साल पहले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो चुकी है. कोरोना महामारी के चलते ऑफिस वर्क पर भी सबसे बड़ा प्रभाव पड़ा है. कई देशों में अब भी वर्क फ्रॉम होम चल रहा है, जिससे कर्मचारी कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो गए हैं.
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द गार्डियन की खबर के मुताबिक, वर्क फ्रॉम होम के दौरान गलत तरीके से बैठकर ऑफिस का काम करना कर्मचारियों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है. लगातार वर्क फ्रॉम होम करने से कर्मचारियों को गर्दन और कमर में तेज दर्द ही समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यूएस और यूरोप के कई देश में कर्मचारियों ने बदले हुए वर्क पैटर्न की वजह से अपनी नौकरी छोड़ दी है.
ब्रिटेन की ऑफिस फास नेशनल स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है कि देश में 3 साल पहले यानी 2019 में बीमारी के चलते काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 20 लाख थी, जोकि अब 25 लाख के पार हो गई है. सबसे हैरानी वाली बात ये है कि इनमें से करीब 62 हजार लोगों ने वर्क फ्रॉम होम के दौरान कमर और गर्दन में दर्द की शिकायत की वजह से नौकरी छोड़ी है. आपको बता दें कि यूके में नौकरी छोड़ने की सबसे बड़ी वजह मानसिक बीमारी है, जबकि सेकंड नंबर पर वर्क फ्रॉम होम के दौरान गर्दन और कमर दर्द है.
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अब सवाल उठता है कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान ऐसी कौन से वजह से है, जिससे लोगों को नौकरी छोड़नी पड़ रही है. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, नेक और बैक में पेन की सबसे बड़ी वजह लैपटाप या कंप्यूटर पर घंटों बैठकर काम करना, लगातार गर्दन को झुकाए रखना और बैठने के गलत तरीके हैं. ये सबसे ज्यादा परेशानी 25 से लेकर 45 उम्र के लोगों में हो रही है.
Source : News Nation Bureau