Good News: सरकार हर जरूरतमंद की जरूरतों को पूरा करने के लिए योजनाओं का संचालन करती हैं.. केन्द्र से लेकर राज्य सरकारें अलग-अलग तरह से योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए तप्पर रहती हैं. यहां जिस योजना की बात हो रही है. उसका नाम है अनुप्रति योजना. जी हां ये देश के क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे राज्य राज्य राजस्थान में चलाई जाती है. जिसके तहत पात्र लोगों को 1 लाख रुपए की मदद राज्य सरकार करती है. योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी डॅाक्यूमेंटेशन जरूरी होता है. साथ ही सरकार द्वारा जारी नियम व शर्तों को भी पूरा करना होता है...
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गरीब छात्र होते हैं पात्र
आपको बता दें कि देश भर में बहुत से ऐसे गरीब छात्र हैं. जिन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए आर्थिक मदद की जरूरत होती है. ऐसे छात्रों के लिए कई राज्य सरकारें मदद करती हैं. राजस्थान सरकार देवनारायण योजना की अंतर्गत आने वाली अनुप्रति योजना के तहत छात्रों की 1 लाख रुपये तक की मदद करती है. मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसी भी पात्र लाभार्थी के खाते में बिना विलंब पैसा पहुंचना चाहिए. ताकि कोई भी छात्र राज्य में ऐसा न बचे. जिसकी पैसों की वजह से पढ़ाई पूरी न हो सके...
ये है योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
योजना का लाभ केवल ऐसे छात्र व छात्राओं को मिलता है. जो स्टूडेंट्स आईएएस का प्रथम पेपर पास कर लेते हैं. सरकार की ओर से उन्हें 1 लाख रुपये दिए जाते हैं. तो वहीं आरएएस की परीक्षा पास करने के बाद 50,000 रुपये दिए जाते हैं. अनुप्रति योजना का लाभ केवल वे ही स्टूडेंट्स ले सकते हैं. जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और विशेष पिछड़ा वर्ग से होते हैं. जिनके परिवार की इनकम 2 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.योजना में लाभ लेने के लिए छात्र को प्रतियोगी परीक्षा में पास होने के 3 महीने के अंदर अपने जिला अधिकारी के पास संबंधित दस्तावेजों के साथ आवेदन जमा करना होता है.