One Job Per Family : अगर आप भी देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब मिशन रोजगार के तहत फिर से समीक्षा बैठक करने में जुटे हैं. ताजी जानकारी के अब संबंधित अधिकारियों से फैमिली कार्ड को लेकर प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी जा रही है. ताकि पता चल सके किस क्षेत्र में कितने लोग बेरोजगार हैं. आपको बता दें कि राज्य सरकार का परिवार कार्ड बनवाने का उद्देश्य बेरोजगारी दर का डाटा तैयार करना भी था. क्योंकि सरकार हर घर को रोजगार से जोड़ने के लिए काम कर रही है. बताया जा रहा है कि 50 फीसदी से ज्यादा परिवारों को फैमिली कार्ड मिल गया है..
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चुनावी वादे को धरातल पर लाने की कोशिश
आपको बता दें कि 2022 की सरकार जब चुनी गई थी. तभी मुख्यमंत्री योगी ने परिवार कल्याण कार्ड बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था. परिवार कार्ड का मुख्य उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी दर का पता करना था. ताकि हर घर को रोजगार से जोड़ा जा सके. यही नहीं 'एक नौकरी प्रति परिवार' (One Job Per Family) व्यवस्था को लागू करने के लिए सरकार ने राशन कार्ड को भी आधार बनाया था. अब उसकी समीक्षा अधिकारियों के साथ की जा रही है. क्योंकि इसी सरकार में फैमिली कार्ड का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने का उद्देश्य सरकार का बताया जा रहा है.
परिवार की जानकारी होगी दर्ज
आपको बता दें कि इस कार्ड में परिवार के बारे में सभी जानकारियां दर्ज होंगी. परिवार में कितने सदस्य हैं, उनकी शिक्षा क्या है, उनकी उम्र क्या है, कौन-कौन नौकरी करता है या रोजगार से जुड़ा हुआ है, यह सभी जानकारियां इस कार्ड में दर्ज होंगी. यही नहीं परिवार कार्ड को आधार से लिंक करने पर सरकार के पास उस परिवार से संबंधित सटीक जानकारी होगी कि किन परिवारों में एक भी व्यक्ति रोजगार से नहीं जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, परिवार की सामाजिक स्थिति की भी जानकारी मिलेगी.