PM Kisan Samman Nidhi: इन दिनों प्रधानमत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. क्योंकि विभागीय अधिकारियों ने लाभार्थियों की शॅाटलिस्ट करना शुरू कर दिया है. आपको बता दें कि 17वीं किस्त पात्र 9.26 करोड़ किसानों के खाते में 18 जून को ट्रासफर की गई थी. उस समय भी करोड़ों ऐसे किसान योजना के लाभ से वंचित कर दिए गए थे. जिन्होनें सरकार द्वारा बनाए नियमों को फॅालो नहीं किया था. आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लगभग 1 करोड़ किसानों ने योजन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. लेकिन लाभार्थियों की संख्या घटती जा रही है. इसका सीधा कारण है योजना में फर्जीवाड़े की बू आने लगी है. जिसे दूर करने के लिए सरकार ने विभिन्न नियम अनिवार्य किये हैं.
यह भी पढ़ें : घरों में कैद हो जाएंगे लोग, राशन पानी के लिए निकलना भी होगा मुश्किल, IMD ने दे डाली ये चेतावनी
क्या है किस्त न मिलने के कारण
सबसे पहले यदि आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं तो आपको सही-सही जानकारी ही पोर्टल पर दर्ज करनी होंगी. इसके अलावा आपको बिना समय गवाएं ईकेवाईसी जरूर करानी होगी. आजकल सरकार ने फेस ईकेवाईसी की सुविधा भी किसानों के लिए शुरू की हुई है. यदि आप ईकेवाईसी नहीं कराई होगी तो आपको 18वीं किस्त से वंचित कर दिया जाएगा. वहीं यदि आपने भूलेख सत्यापन नहीं कराया है तो भी आपको पीएम किसान निधि का लाभ नहीं मिल पाएगा. इसलिए सभी लाभार्थी किसानों के लिए जरूरी है उपरोक्त तीनों काम समय रहते जरूर करा लें. अन्यथा किस्त से हाथ धोना पड़ सकता है.
ढाई करोड़ किसानों को नहीं मिला था लाभ
आपको बता दें कि जब योजना की शुरूआत की गई थी तो लाभार्थियों की संख्या लगभग 12 करोड़ हुआ करती थी. संख्या 10वीं किस्त तक भी 11 करोड़ के आसपास बनी थी. लेकिन जैसे ही कुछ अपात्र लोगों ने योजना का लाभ फर्जी तरीके से लेना शुरू किया तो विभाग को कुछ जरूरी नियम लागू करने पड़े. जिसके बाद घटते-घटते लाभार्थियों की संख्या 9.26 करोड़ रह गई है. जिन किसानों को 17वीं किस्त का लाभ नहीं मिला था, उन्हें तत्काल उक्त तीनों जरूरी काम पूरे कर लेने चाहिए.