PM Kisan Yojana: अगर आपको भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त का इंतजार है तो आपके लिए खुशखबरी है. क्योंकि सरकार के निर्देशानुसार विभाग ने 18वीं किस्त के लाभार्थियों की फाइल लगभग तैयार कर ली है. हालांकि अभी भी ऐसे किसानों के पास फिर से योजना का लाभ पाने का मौका है. जिन्होने अभी तक भी सरकारी नियमों को फॅालो नहीं किया है. आपको बता दें कि इससे पहले 18 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 9.26 करोड़ किसानों के खाते में 17वीं किस्त ट्रांसफर की थी. उस वक्त भी लगभग ढाई करोड़ किसान योजना के लाभ से वंचित रह गए थे...
यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह UP वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, CM योगी ने दिये निर्देश, इन लोगों को मिलेगा फायदा
कब आ सकती है 18वीं किस्त?
योजना से जुड़े लाभार्थियों को अब तक 17 किस्त मिल चुकी हैं और ये किस्त 18 जून 2024 को जारी हुई थी. वहीं, योजना की हर किस्त लगभग 4 महीने के अंतराल पर जारी होती है. आपको बता दें कि अब लाभार्थी किसान 18वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं.. अक्तूबर माह में चार माह 17वीं किस्त मिलने को पूरे हो जाएंगे. साथ ही दीवाली भी आने वाली है. ऐसे में सरकार के सूत्रों का कहना है दीवाली से पहले ही पात्र किसानों के खाते में योजना की किस्त क्रेडिट कर दी जाएगी.. हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं हुई है. लेकिन बताया जा रहा है कि अक्तूबर के दूसरे वीक में ही किसानों को योजना की किस्त भेज दी जाएगी...
ये तीन काम कराना जरूरी
दरअसल, योजना में पनप रहे फर्जीवाड़े को देखते हुए सरकार ने ईकेवाईसी कराना अनिवार्य किया था. ताकि योजना में पारदर्शिता आ सके. इसके साथ ही कई लोग जमीन बेचने के बाद भी पीएम किसान निधि का लाभ ले रहे हैं. ताकि योजना की बंदरबांट रूक सके तो सराकर ने भूलेख सत्यापन कराना अनिवार्य किया था. लेकिन अभी तक भी करोड़ों किसान ऐसे हैं जिन्होनें ने कोई भी काम नहीं कराया है. साथ ही आधार से बैंक खाता लिंक न होने की वजह से भी लाखों किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. आपको बता दें कि यदि आपका भी इन तीनों में से कोई काम छूट गया है तो तुरंत करा लें. अन्यथा योजना के लाभ से वंचित कर दिये जाओगे...
ढाई करोड़ किसान रहे गए थे वंचित
आपको बता दें कि जब योजना की शुरूआत हुई थी. उस वक्त कुल 12 करोड़ लाभार्थियों को लाभ दिया गया था. लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया. लाभार्थी किसानों की संख्या भी कम होती गई. एक अनुमान के मुताबिक अभी देश में लगभग ढाई करोड़ किसान ऐसे हैं जिन्हें योजना का लाभ सिर्फ इसलिए नहीं मिल रहा है. क्योंकि उन्होने सरकारी नियमों का पालन ठीक से नहीं किया है....