प्रयागराज में अगली साल महाकुंभ का आयोजन होने वाला है, करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी महाकुंभ की तैयारी में जुटी हुई है. महाकुंभ में कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो वहां रहते हैं और वहां के भंडारों पर निर्भर हैं. ऐसे लोगों के लिए योगी सरकार ने नया फैसला किया है. प्रदेश सरकार महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को भूखा नहीं रहने देने के लिए प्रतिबद्ध है.
राशन कार्ड योजना
महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार की तैयारियां अंतिम चरण पर है. इस बार कुंभ मेले में भंडारे के साथ-साथ मुफ्त राशन भी मिलेगा. कुंभ मेले में लंबे समय तक रहने वाले कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को सरकार राशन कार्ड देगी, जिससे उन्हें राशन मिल सके और उन्हें खाने के लिए परेशान न होना पड़े. उत्तर प्रदेश का खाद्य और रसद विभाग पूरे मेले में 160 राशन दुकानों को स्थापित करेगा. इन दुकानों से श्रद्धालु उचित मूल्य पर राशन खरीद सकते हैं.
महाकुंभ में स्थापित होने वाली राशन दुकानें, सिर्फ कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को राशनकार्ड दिखाने पर ही राशन देंगी. सरकार का कहना है कि जनवरी और फरवरी में राशन दो बार दिया जाएगा. इसके लिए सरकार मेले में पांच गोदाम भी बनाएगी. इस प्रोजेक्ट का अनुमानित खर्चा 43 करोड़ रुपये होगा.
चीनी और सिलेंडर भी मेले में मिलेंगे
राशन दुकानों पर श्रद्धालुओं को चीनी और रसोई गैस भी मिलेगी. एलपीजी सिलेंडर के लिए अलग से दुकान बनाई जाएंगी. मेले में सरकार करीब दो लाख लोगों को राशन कार्ड जारी करेगी. जिससे अखाड़ों और शिविरों में रहने वाले श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को इस योजना का लाभ मिल सके. योगी सरकार का कहना है कि महाकुंभ के मद्देनजर लिया गया यह फैसला श्रद्धालुओं की सहायता करेगा.
सफाई पर रहेगा खास जोर
महाकुंभ 2025 के दौरान एक नया रिकॉर्ड बनाने की योजना पर कार्य चल रहा है. इस योजना के तहत 15,000 लोग मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों और घाटों पर एक साथ सफाई अभियान में शामिल होंगे. इसके अलावा, स्वच्छता के इस अभियान में एक और खास रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा, जिसमें 300 लोग एक साथ नदी में उतरकर सफाई करेंगे और स्वच्छता अभियान को अंजाम देंगे. इस पहल का उद्देश्य महाकुंभ में स्वच्छता को नया आयाम देना और सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.