Sukanya Samriddhi Scheme: सुकन्या समृद्धि योजना सरकार की योजना है. सरकार छोटी बचत योजना के तहत आती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में योजना की शरुआत की थी. इस योजना का उद्देश्य बेटियों को आर्थिक सुरक्षा देना था. योजना बेटी बचाओ और बेटी बचाओं अभियान का हिस्सा है. इसका उद्देश्य माता-पिता और अभिभावकों को बेटी के खर्चे पूरे करने में मदद करना है. योजना का लक्ष्य- बेटियों की शिक्षा को पूरा करना और उनकी शादी के खर्चे के बोझ को कम करना है.
यह भी पढ़ें- Amit Shah: गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर पाकिस्तान को लताड़ा, दे दिया बड़ा अल्टीमेटम
योजना के फायदे ही फायदे हैं
इस योजना के फायदे ही फायदे है. इसमें टैक्स छूट के साथ तगड़ा रिटर्न मिलता है. योजना के तहत 10 साल तक की युवती का बैंक अकाउंट खोला जा सकता है. इस योजना में आप 250 रुपये से अपना निवेश शुरू कर सकते हैं. इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. सुकन्या समृद्धि योजना आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत आता टैक्स छूट के दायरे में आता है. योजना के तहत सरकार हर तिमाही ब्याज देती है. वर्तमान तिमाही के लिए सरकार ने 8.2 प्रतिशत की दर से चक्रवृद्धि ब्याज तय किया गया है.
यह भी पढ़ें- Haryana: ‘राजनीति के लिए बेटियों के सम्मान को फोगाट-पूनिया ने पहुंचाई ठेस’, कांग्रेस में शामिल होने पर भड़के बृजभूषण शरण सिंह
10 हजार निवेश पर कितना बनेगा पैसा?
मान लीजिए आपकी बेटी पांच साल की है. आप सालाना 1.2 लाख रुपये (10 हजार रुपे प्रति माह) का निवेश करते हैं. आपको 8.2% प्रतिवर्ष का ब्याज दर मिलता है तो 21 साल बाद आपके खाते में करीब 55.61 लाख रुपये होंगे, जिसमें 17.93 लाख आपकी निवेश की हुई राशि होगी को वहीं 37.68 लाख रुपये योजना द्वारा अर्जित ब्याज होगा. वहीं, सालाना 1.5 लाख रुपये जमा करने पर मैच्योरिटी के वक्त आपके खाते में 69.8 लाख रुपये होंगे. इसमें 22.5 लाख रुपये के निवेश की राशि होगी और 47.3 लाख रुपये ब्याज से मिली राशि. बता दे, योजना का लॉक-इन पीरियड 21 वर्ष होगा.
यह भी पढ़ें- Haryana: ‘राजनीति के लिए बेटियों के सम्मान को फोगाट-पूनिया ने पहुंचाई ठेस’, कांग्रेस में शामिल होने पर भड़के बृजभूषण शरण सिंह