PM Kisan Yojna: अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. क्योंकि 18वीं किस्त से पहले सरकार ने ऐसे लाभार्थियों की चिंहित करना शुरू कर दिया है. जो वास्तव में स्कीम के लाभ के लिए पात्र ही नहीं है. अकेले उत्तर प्रदेश से लगभग 90 लाख किसानों को चिंहित किया गया है. जिन्होने अभी तक भी अपनी ईकेवाईसी नहीं कराई है. कृषि निदेशालय (Directorate of Agriculture)के मुताबिक ऐसे किसानों की सूची सरकार को भेज दी गई है. अंदेशा है कि इस बार ऐसे किसान 18वीं किस्त (18th installment) का लाभ नहीं ले पाएंगे.
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18वीं किस्त को लेकर बनाई जा रही सूची
आपको बता दें कि कृषि निदेशालय से मिले आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी तक कुल 2 करोड़ 60 लाख किसानों को इस निधि का लाभ मिल रहा था. आंकडों के मुताबिक 31 जुलाई तक महज एक करोड़ 86 लाख किसानों की ही ईकेवाईसी पूरी हो सकी है. इस तरह से करीब 90 लाख किसानों के नाम अब इस योजना की सूची से हटा दिए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक 17वीं किस्त का पैसा प्रदेश के दो करोड़ 60 लाख किसानों के खातों में भेजा गया था. बताया जा रहा है कि सितमंबर माह में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा भेजा जाना तय है.
फर्जी किसान किये जा रहे चिंहित
ईकेवाईसी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद तमाम ऐसे लाभार्थी किसानों जो आयकरदाता हैं या जिनका देहांत हो गया या फिर वह संवैधानिक पदों पर हैं के नाम सूची से कटना शुरू हुए. तमाम किसानों ने खुद ही अपने को इस योजना के लिए अपात्र घोषित करते हुए अब तक मिली सम्मान निधि की राशि सरेण्डर भी की. इसलिए सरकार किसान निधि के डाटा को का एक बार फिर नवनिकरण करना चाहती है. ताकि अपात्र योजना का लाभ न लें. साथ ही कोई पात्र सरकार की जन-कल्याणकारी योजना से वंचित न रहे.