Tomato Price Hike: 315% तक महंगे हुए टमाटर, जानें कब लौटेगा अपने मूल दाम पर
Tomato Price Hike: वैसे तो मानसून सीजन में टमाटर हर साल ही महंगा हो जाता है. लेकिन पिछले दो सालों से टमाटर के रेटों काफी इजाफा हुआ है. अब लोकल मार्केट में भी टमाटर के रेट 100 रुपए प्रतिकिग्रा के पार पहुंच गए हैं. जिसके चलते आम आदमी का स्वाद काफी कड़वा हो चला है. क्योंकि टमाटर के बगैर कोई भी थाली अधूरी है. हर सब्जी में टमाटर का ही तड़का लगाया जाता है. मंडी एक्सपर्ट के मुताबिक अगस्त माह से टमाटर की कीमतों में कमी आना शुरू हो जाएगी. क्योंकि अभी बारिश का मौसम चल रहा है. बारिश में टमाटर की आवक कम हो जाती है. क्योंकि यह बहुत जल्दी ही खराब होने वाली सब्जी है.
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आखिर क्यों महंगा हुआ टमाटर ?
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार टमाटर एक अल्प अवधि वाली फसल है, जो एक साल में अलग-अलग जगहों पर कई बार उगाई जाती है. कर्नाटक के अलावा मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और गुजरात में टमाटर सबसे ज्यादा पैदा किया जाता है. इन राज्यों में भारत में कुल उत्पादन का 48 प्रतिशत टमाटर पैदा किया जाता है. जानकारों के अनुसार इस बार कर्नाटक में टमाटर की 50 प्रतिशत फसल वायरस ( टोमेटो लीफ कर्ल ) के कारण खराब हो गई. इसके अलावा बारिश की वजह से मंडियों में टमाटर कम ही पहुंच रहा है. जिसके चलते मंडियों से टमाटर लगभग गायब होता दिख रहा है. इसी के चलते रेटों में इतना उछाल आया है. हालांकि कुछ ही दिनों में मंडियों में टमाटर के रेट काफी कम हो जाएंगे.
दिल्ली में क्या हैं दाम
राजधानी दिल्ली की बात करें तो आजादपुर मंडी में 25 जून को टमाटर के रेट 100 से 120 रुपए तक पहुंच गए. नोएडा की कई फुटकर मार्केट में तो 150 रुपए प्रतिग्रा तक टमाटर बेचा जा रहा है. एक्सपर्ट्स के अनुसार आजादपुर मंडी में टमाटर की आवक 40 प्रतिशत तक गिरी है, जिसका असर इसकी बढ़ती कीमत के रूप में देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि मुख्य उत्पादन क्षेत्रों से टमाटर की सप्लाई काफी बाधित हुई है. टमाटर की सप्लाई में आई बाधा का सबसे बड़ा कारण कर्नाटक में मार्च-अप्रैल के दौरान हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि और फिर फसल में आई बीमारी को माना जा रहा है. फिलहाल कांवड यात्रा भी शुरू हो गई है. जिसके चलते ट्रक नहीं आ पा रहे हैं.