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Gold: वैश्विक सोने की मांग में स्थिरता, विश्व स्वर्ण परिषद ने बताया यह कारण

तीसरी तिमाही में ओटीसी को छोड़कर वैश्विक सोने की मांग स्थिर रही. निवेश की बढ़त से आभूषण की कम खपत संतुलित हुई. सोने की कीमत में 34% की वार्षिक वृद्धि हुई.

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Jalaj Kumar Mishra
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Gold: ओवर-द-काउंटर ट्रेडिंग को छोड़कर वैश्विक सोने की मांग तीसरी तिमाही में स्थिर रही, जो 1,176.5 मीट्रिक टन है. विश्व स्वर्ण परिषद ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. सोने की मांग स्थिर होने का कारण है, उच्च निवेश गतिविधियों ने आभूषणों की कम खपत की भरपाई की. 

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स्थिरता की मुख्य वजह है यह

हाजिर सोने की कीमतों में इस साल अब तक 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. सोने ने साल 1979 के बाद सबसे अधिक वार्षिक सोने की वृद्धि की. इसकी मुख्य वजह है अगले सप्ताह होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव. वर्तमान में कम ब्याज दरें, पोर्टफोलियो विविधीकरण और भू-राजनीतिक जोखिम है. मंगलवार को सोने ने 2,771.61 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड बनाया. 

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ओटीसी सहित सोने की कुल मांग में पांच प्रतिशत बढ़ोत्तरी

विश्व स्वर्ण परिषद उद्योग ने एक तिमाही रिपोर्ट में कहा कि OTC ट्रेडिंग सहित सोने की कुल मांग 5 प्रतिशत बढ़कर 1,313 टन हो गई. यह तीसरी तिमाही का रिकॉर्ड है. गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ने 2022 की पहली तिमाही के बाद पहली सकारात्मक तिमाही देखी. इसमें 95 टन का प्रवाह हुआ. बार और सिक्का निवेश में नौ प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है. 

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