प्रयागराज में गंगा जमुना का जलस्तर में पिछले दो दिनों में लगातार बढ़ रहा है.अचानक से जलस्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी से कछारी क्षेत्र में बसे मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है. रविवार की सुबह 8 बजे गंगा नदी का जलस्तर फाफामऊ में 83.86, छतनाग में 83.01 मीटर तक पहुंच गया है. वहीं यमुना भी बड़ी तेजी से बढ़ रही हैं. नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 83.61 मीटर तक बढ़ चुका है. गंगा यमुना नदियों का 4-5 इंच प्रति घंटे जलस्तर बढ़ रहा है.
दोनों नदियां खतरे का निशान पार कर जायेगी
दोनों नदियों की जलस्तर में बढ़ोतरी का स्तर यही रहा तो दोपहर बाद तक दोनों नदियां खतरे का निशान पार कर जायेगी. अभी बढ़ता जलस्तर मात्र आधा मीटर दूर है. शनिवार दोपहर से रविवार दोपहर तक के बीच जिस तरह से दोनों नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हुई है उसको देखते हुए गंगा जमुना के तराई इलाके में बसे लोगों के बीच में हड़कंप मच गया है.
बहुत से लोगों को तो अपने सामान हटाने तक का मौका नहीं मिला. क्योंकि जब तक संभालते तब तक बढ़ते जल स्तर ने सब कुछ घेरे में ले लिया. बता दें गंगा यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 84.734 मीटर से मात्र आधा मीटर नीचे है.
लगभग एक तिहाई हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ जाता है
प्रयागराज शहर गंगा एवं यमुना नदी से तीन तरफ से घिरा हुआ है. जिसकी वजह से जब इन दोनों नदियों में जलस्तर की वृद्धि होती है. प्रयागराज का लगभग एक तिहाई हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ जाता है. लेकिन घाट की तरफ रहने वाले लोग बता रहे हैं कि 1 घंटे में चार से पांच सेंटीमीटर तक पानी में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं अगर बीते 36 घंटे की बात करें तो लगभग तीन से चार मीटर की जलस्तर में वृद्धि हुई है. किसी बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहा है.