(रिपोर्ट- मणिदीप शर्मा)
चीनी मोबाइल सिग्नल जैमरों ने शहर के बाजारों में घुसपैठ कर ली है. हाल ही में पुलिस ने कनॉट प्लेस के पालिका मार्केट से दो अवैध जैमर जब्त किया था. पुलिस इन अवैध जैमरों के स्रोत की जांच कर रही है और संभावित खरीदारों पर नज़र रख रही है. खासकर रोहिणी के प्रशांत विहार में हाल ही में हुए बम विस्फोट और आतंकवादी खतरे की आशंका को देखते हुए. कनॉट प्लेस पुलिस ने 24 अक्टूबर को अवैध रूप से मोबाइल फोन सिग्नल जैमर रखने के आरोप में एक दुकानदार को गिरफ्तार किया.
संदिग्ध की पहचान 58 वर्षीय रविशंकर माथुर के रूप में हुई
संदिग्ध की पहचान 58 वर्षीय रविशंकर माथुर के रूप में हुई. जिसके पास से दो चीन निर्मित जैमर पाया गया. पुलिस ने 10 एंटेना और एक इलेक्ट्रिक कनेक्टर केबल सहित अतिरिक्त घटकों के साथ डिवाइस की खोज की. जानकारी के मुताबिक, इस जैमर की क्षमता 50 मीटर होती है. पुलिस पूछताछ में आरोपी अनिल माथुर ने बताया कि ये जैमर लाजपत राय मार्केट से 25 हाजार रुपये में लाया था और महंगे दाम में बेचना चाहता था . दिल्ली पुलिस ने टेलीकम्युनिकेशन विभाग को इसकी जानकारी देकर अलर्ट कर दिया है.
कोई इंडिविजुअल शख्स इस जैमर को नहीं बेच सकता
पुलिस ने जब दुकानदार से जैमर बेचने के पेपर मांगे तो अनिल माथुर के पास कोई दस्तावेज नहीं थे. ऐसे जैमर को बेचने के लिए कैबिनेट सेक्रेटेरिएट ने गाइडलाइंस बनाई हुई हैं, जिसके मुताबिक कोई इंडिविजुअल शख्स इस जैमर को नहीं बेच सकता है . सरकार के मुताबिक वायरलैस जैमर, बूस्टर और रिपिटर्स का इस्तेमाल, उसे खरीदना या बेचना गैर-कानूनी है. इसके इस्तेमाल के लिए पहले से तय गाइडलाइन्स के मुताबिक अनुमति चाहिए होती है. कोई भी निजी व्यक्ति, संगठन या प्राइवेट सेक्टर इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है. सरकार के द्वारा गाइडलाइन्स के मुताबिक भारत में इन डिवाइसों का प्रचार, बिक्री, वितरण आयात करना गैर-कानूनी ऐसा सिर्फ मंत्रालय के द्वारा तय गाइडलाइन मुताबिक ही किया जा सकता है.
जैमिंग उपकरणों का इस्तेमाल देश में कड़ाई से बैन
सरकारी नियमों के मुताबिक, जैमिंग उपकरणों का इस्तेमाल देश में कड़ाई से बैन है. केवल ऑथराइज एजेंसियां, जिनमें सरकारी विभाग और रक्षा बल शामिल हैं, को कैबिनेट सचिवालय द्वारा खास शर्तों के साथ इन उपकरणों का इस्तेमाल करने की अनुमति है. पुलिस को शक है कि जैमर की तस्करी एक बड़े नेटवर्क का काम हो सकता है. ये नेटवर्क दिल्ली के बाजारोंमें सस्ते दामों पर जैमर बेच रहा है. पुलिस इन अवैध जैमरों के स्रोत की जांच कर रही है और संभावित खरीदारों पर नज़र रख रही है.