जो दान गुप्त रखा जाए और करने के बाद किसी को बताया ना जाए उसे गुप्त दान (gupt daan) कहते हैं. इस दान को करने से पुण्य लाभ कई गुना तक बढ़ जाता है. ज्योतिष में कहा गया है कि दान जैसे शुभ कार्य करने से ग्रह दोष भी शांत होते हैं. दान कई तरह के होते हैं, परन्तु तीन प्रकार के दान को बहुत महत्व दिया गया है. जो कि नित्यदान, नैमित्तिक दान और काम्य दान है.