केदारनाथ धाम में सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है, लेकिन इस कड़ाके की ठंड के बीच भी पुनर्निर्माण कार्यों में तेज़ी आ गई है. इस वर्ष के अंत तक धाम में विभिन्न विकास कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें पुल, अस्पताल, और अन्य भवन निर्माण कार्य शामिल हैं. वहीं, केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग को भी दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि आगामी यात्रा सीजन में यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
सरकारी योजनाओं के तहत चल रहे निर्माण कार्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ में तीन चरणों में पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा है. वर्तमान में दूसरे चरण का काम चल रहा है, जिसमें अस्पताल, सीवर लाइन, पुल और एसटीपी प्लांट जैसे प्रमुख कार्य शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग का तीन मंजिला अस्पताल, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का भवन और कई अन्य महत्वपूर्ण संरचनाएं अब अंतिम चरण में हैं. इन सभी कार्यों को इस वर्ष के अंत तक पूरा करने की योजना है.
700 मजदूरों की मेहनत से तेज़ी से हो रहा काम
केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर 700 से अधिक मजदूर काम में जुटे हुए हैं. इन मजदूरों के प्रयासों से निर्माण कार्यों को गति मिली है. खासकर, केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग पर सड़क को दुरुस्त किया जा रहा है. जुलाई में आई अतिवृष्टि से प्रभावित मार्गों को ठीक किया जा रहा है. जहां रास्ता पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था, वहां आरसीसी पुश्तों का निर्माण किया जा रहा है, ताकि पैदल मार्ग को सुरक्षित और सुलभ बनाया जा सके.
सीवर लाइन और पुल निर्माण कार्यों की प्रगति
केदारनाथ धाम में सीवर लाइन बिछाने का कार्य भी चल रहा है. मंदिर मार्ग से लेकर अन्य स्थानों तक सीवर लाइन बिछाई जा रही है, जिससे सभी भवनों को जोड़ने का काम पूरा किया जा सके. इसके अलावा, बेस कैंप के पास सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भी अंतिम चरण में पहुंच चुका है. हिमखंड जोन में पुलिया निर्माण का काम भी तेजी से किया जा रहा है, ताकि बरसात के मौसम में पानी की निकासी हो सके और कोई नुकसान न हो.
माइनस तापमान के बावजूद कार्यों में तेजी
केदारनाथ धाम में ठंड अब अपनी चरम सीमा पर है. इस समय तापमान माइनस में जा चुका है और रात के समय यह माइनस 4 डिग्री तक पहुंच रहा है. इस कड़क ठंड में भी निर्माण कार्य रुकने का नाम नहीं ले रहा. दिन में ठंड का असर कम होता है, लेकिन शाम होते ही तापमान में गिरावट आ जाती है. इसके बावजूद, मजदूर और अधिकारी अपनी पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं.
सुरक्षित यात्रा के लिए पैदल मार्ग की तैयारी
केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग पर सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं. जहां पानी की निकासी के लिए स्कपर बनाए जा रहे हैं, वहीं नालियों का निर्माण भी किया जा रहा है. साथ ही, हिमखंड जोन में पुलिया का निर्माण किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न हो.