विनेश को इस बार पेरिस ओलंपिक में काफी निराशा का सामना करना पड़ा, बता दें कि 7 अगस्त को स्वर्ण पदक के लिए अपने अंतिम मुकाबले से कुछ घंटे पहले उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था. उनका वजन 50 किग्रा वर्ग से 100 ग्राम अधिक था और उन्हें रजत पदक से भी वंचित कर दिया गया, जो भारतीय दल और समर्थकों के लिए बड़ी निराशा थी. 29 वर्षीय पहलवान ने रजत पदक के लिए अपील करने के लिए 8 अगस्त को CAS का दरवाजा खटखटाया था. CAS ने 9 अगस्त को विनेश और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के प्रतिनिधियों के साथ सुनवाई की और अपना फैसला 16 अगस्त तक टाल दिया था, लेकिन इसके बाद उनकी अपील खारिज कर दी गई.