भारत के मशहूर फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी के ब्राइडल लहंगे किसी भी दुल्हन का सपना होते हैं. उनकी डिजाइन्स हमेशा से ही शाही और अत्यधिक महंगे होते हैं, जो आम आदमी की पहुंच से बाहर रहते हैं. लेकिन हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें लखनऊ के स्लम एरिया के कुछ बच्चों ने सब्यसाची के ब्राइडल कलेक्शन को हूबहू रीक्रिएट किया है. यह वीडियो इतनी शानदार क्रिएटिविटी और टैलेंट से भरा हुआ था कि खुद सब्यसाची ने इसे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया.
क्या है इस वीडियो में खास?
इस वीडियो में कुछ बच्चे लाल रंग की खूबसूरत पोशाकों में नजर आ रहे हैं, जो बिल्कुल सब्यसाची के डिजाइनों से मिलती-जुलती हैं. इन बच्चों ने न केवल सब्यसाची की ब्राइडल कलेक्शन को कॉपी किया, बल्कि उन्होंने इसकी स्टाइल और पोज़ भी हूबहू सब्यसाची की मॉडल्स जैसे लिए. इस वीडियो में जो बच्चे दिख रहे हैं, वे किसी प्रोफेशनल मॉडल की तरह पोज़ देते हुए बिल्कुल मॉडल जैसा आभास दे रहे हैं.
पुराने कपड़े और कतरनों से बनाई ड्रेस
इन बच्चों ने पुराने कपड़े और कतरनों का उपयोग कर यह डिजाइन्स बनाए हैं और अपनी क्रिएटिविटी से एक शानदार फैशन कलेक्शन तैयार किया है. वीडियो में दिख रही लड़कियां कोई फैशन मॉडल नहीं, बल्कि स्लम एरिया में रहने वाली सामान्य लड़कियां हैं जिनकी उम्र 12 से 17 साल के बीच है. इन बच्चों ने अपनी मेहनत और लगन से यह सब कुछ किया और इस वीडियो को 15 साल की उम्र के बच्चों ने मिलकर शूट किया है.
बच्चों की क्रिएटिविटी और सब्यसाची
इन बच्चों के द्वारा बनाए गए डिजाइनों में इतनी शानदार डिटेलिंग और रचनात्मकता थी कि सब्यसाची मुखर्जी भी चकित हो गए. खुद सब्यसाची ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर रीपोस्ट किया और इसके साथ लिखा - "ये विजेता हैं." यह तारीफ इन बच्चों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि ऐसा कम ही होता है कि कोई डिज़ाइनर अपनी कड़ी मेहनत से तैयार किए गए डिजाइनों की तुलना किसी दूसरे द्वारा किए गए काम से करता है, और वह भी इतनी सराहना के साथ.
कैसे बच्चों ने बनाया यह कलेक्शन?
इन बच्चों ने अपनी फैशन कलेक्शन को बनाने के लिए पुराने कपड़े और कतरनों का इस्तेमाल किया. जो कपड़े आसपास के लोगों से दान में मिले थे, उन्हें इन्होंने अपनी क्रिएटिविटी से सहेजा और एक सुंदर डिज़ाइन तैयार किया. बच्चों ने न केवल सब्यसाची की डिजाइन को हूबहू कॉपी किया, बल्कि उनके द्वारा पहने गए रंग, पोशाकों का कट, और आर्टिस्टिक पोज़ भी बहुत सूझ-बूझ से चुने गए थे.
सोशल मीडिया पर मिल रही है जमकर सराहना
इस वीडियो को देखकर लोगों को यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि यह बच्चे वास्तव में स्लम एरिया से आते हैं. इस रील वीडियो को सोशल मीडिया पर जमकर सराहा जा रहा है. इनोवेशन फॉर चेंज नामक संस्था ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "हमारे बच्चे बेहद गरीब और असहाय तबके से आते हैं. लेकिन उनकी क्रिएटिविटी को देखिए, इन्हें किसी फैशन स्कूल से नहीं सिखाया गया, लेकिन इन्होंने अपनी मेहनत और प्यार से इन डिजाइनों को तैयार किया है."