हवाईअड्डे पर मौजूद CISF की क्विक रिएक्शन टीम (Quick Reaction Team) ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देना शुरू कर दिया. टीम के इस क्विक और सही समय पर किए गए प्रयासों के कारण अर्शिद अयूब की हालत स्थिर हो गई. CISF के अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही अर्शिद अयूब के गिरने की सूचना मिली, QRT तुरंत मौके पर पहुंची और CPR देना शुरू किया.
अचानक युवक की रुक गई सांसें
CPR ने यात्री की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे अर्शिद को आवश्यक ऑक्सीजन प्राप्त हुई और उनका हृदय पुनः सक्रिय हो गया. इसके बाद अर्शिद अयूब को तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि CISF की टीम द्वारा समय पर दी गई CPR के कारण अर्शिद की जान बचाई जा सकी. अर्शिद की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है और डॉक्टर उनकी लगातार निगरानी कर रहे हैं.
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जवानों को इस तरह से दिया जताता है ट्रेनिंग
CISF के प्रवक्ता ने इस घटना के बारे में बताया कि हमारे जवानों को ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है और यही प्रशिक्षण इस घटना में कारगर साबित हुआ. उन्होंने कहा कि CPR जैसी त्वरित और प्राथमिक चिकित्सा प्रक्रियाओं का सही समय पर उपयोग लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है.
हर आपात स्थिति के लिए रहते हैं जवान
इस घटना के बाद CISF के जवानों की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना हो रही है और इसे उनके उत्कृष्ट प्रशिक्षण और समर्पण का परिणाम माना जा रहा है. IGI हवाईअड्डे पर यात्री अर्शिद अयूब की जान बचाने की इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा बल न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं, बल्कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में भी वे तेजी से कार्रवाई करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.