हैदराबाद में एक पंडाल में भगवान गणेश की मूर्ति को मुस्लिम स्वरूप में सजाने पर विवाद खड़ा हो गया था, जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है. इस घटना ने हिंदू समाज के एक बड़े वर्ग में आक्रोश उत्पन्न कर दिया था, जो इसे अपनी धार्मिक भावनाओं का अपमान मान रहे थे. पंडाल का थीम कथित रूप से "धर्मनिरपेक्षता" पर आधारित था, लेकिन इसने सांप्रदायिक तनाव और विवाद को जन्म दे दिया.
भगवान गणेश को बना दिया मुस्लिम
विवाद तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर भगवान गणेश की इस मूर्ति की तस्वीरें वायरल होने लगीं. इस मूर्ति को मुस्लिम परिधान में दिखाया गया था, जिसमें सिर पर टोपी पहने हुए भगवान गणेश को दिखाया था. मूर्ति के इस रूप को देखने के बाद कई हिंदू संगठनों ने इसे अपनी धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया और इसके खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी. कई लोगों ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदू धर्म और उनकी आस्थाओं को निशाना बनाया जा रहा है.
धर्मनिरपेक्षता के आड़ में अपमान
पंडाल के आयोजकों ने सफाई दी है कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था, बल्कि उन्होंने इसे धर्मनिरपेक्षता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए किया था. उनका मानना था कि इस प्रकार की मूर्ति विभिन्न धर्मों के बीच भाईचारा और सद्भावना का संदेश देने का प्रयास था. आयोजकों के अनुसार, भगवान गणेश को विभिन्न रूपों में सजाने की परंपरा है, और यह सिर्फ एक नए तरीके से धर्मनिरपेक्षता को पेश करने का प्रयास था.
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हिंदू संगठनों जताया आक्रोश
हालांकि, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की मूर्तियों से हिंदू समाज की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करना गलत है. कई लोगों ने इसे धार्मिक आस्थाओं का मजाक बताया और कहा कि भगवान गणेश को इस रूप में प्रस्तुत करना पूरी तरह अनुचित और अपमानजनक है. उनके अनुसार, हिंदू समाज को बार-बार धर्मनिरपेक्षता के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है और यह अब सहन नहीं किया जाएगा. हालांकि, विवाद होने के बाद मूर्ति के परिधान को चेंज किया गया था. हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि न्यूज नेशन नहीं करता है.