गणेशोत्सव के दौरान देशभर में भगवान गणेश की आराधना और दर्शन करने का उत्साह चरम पर होता है, लेकिन इस बार मुंबई के प्रसिद्ध 'लालबाग के राजा' के दर्शन को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया जा रहा है कि आम भक्तों और वीआईपी भक्तों के बीच दर्शन को लेकर भेदभाव किया जा रहा है, जिससे देख सोशल मीडिया पर यूजर्स ने आपत्ति जताई है.
आखिर कैसा है ये व्यवहार?
वायरल वीडियो में दो स्पष्ट दृश्य दिखाई देते हैं. एक ओर आम भक्तों को भगवान गणेश के दर्शन के लिए धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ रहा है. जब भक्त भगवान गणेश की प्रतिमा के पास पहुंचते हैं, तो उन्हें जल्दबाजी में आगे बढ़ने के निर्देश दिए जाते हैं. इस स्थिति में भक्तों को भगवान के दर्शन करने का समय भी नहीं मिल पा रहा है और उन्हें तेज़ी से आगे बढ़ा दिया जा रहा है.
दूसरी ओर, वीआईपी श्रेणी के दर्शनार्थियों को आराम से भगवान गणेश की प्रतिमा के नीचे खड़े होकर दर्शन करते हुए देखा जा सकता है. इन वीआईपी भक्तों को किसी भी तरह की जल्दबाजी का सामना नहीं करना पड़ रहा है, बल्कि वे आराम से सेल्फी लेते हुए नजर आ रहे हैं.
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लोगों ने जताई अपनी नाराजगी
इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह दृश्य मुंबई के मशहूर 'लालबाग के राजा' का है, जो गणेशोत्सव के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहता है. आम भक्तों के साथ इस प्रकार का व्यवहार और वीआईपी दर्शनार्थियों को विशेष सुविधाएं मिलना लोगों को निराश कर रहा है. सोशल मीडिया पर भी इस वीडियो के खिलाफ नाराजगी जताई जा रही है. लोगों का कहना है कि सभी भक्तों को समान रूप से भगवान के दर्शन का अवसर मिलना चाहिए, चाहे वे आम नागरिक हों या वीआईपी.
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