Ghost Story: शिमला को हिल स्टेशन की रानी कहा जाता है. यहां की सुंदरता लोगों के दिल में बस जाती है. शिमला में घूमने जाने के लिए कई चीजें हैं, लोग यहां सर्दियों के मौसम के मजे लेने आते है. वहीं इनमें से एक जगह है, जिनमें से एक है ट्रेन की सवारी. यह पहाड़ों की कई सुरंगों से होकर गुजरती है. सबसे लंबी सुरंगों में से एक शिमला-कालका मार्ग पर है जो एक सीधी सुरंग है, जिसे पार करने में करीबन 2 मिनट का समय लगता है. सुरंग से बाहर निकलते ही आप बड़ोग रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. ये हिल स्टेशन अपने भूतिया किस्सों के लिए जाना जाता है. माना जाता है कि यहां आज भी रात होते ही चिल्लाने की आवाज आती है और यहां आज भी ब्रिटीश अफसर का साया मंडराता है. आइए आपको इसके पीछे की सच्चाई बताते है.
कर्नल को बनानी थी सुरंग
बड़ोग शिमला का छोटा सा गांव है. जो हिमाचल प्रदेश में कालका-शिमला राजमार्ग पर पड़ता है. यहां एक बड़ोग सुरंग है जिसका नाम पूर्व ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल बड़ोग के नाम पर रखा गया है. वहीं लोगों के मुताबिक इस सुरंग को बनाने की जिम्मेदारी कर्नल बड़ोग की सौंपी गई थी. जिसके बाद उनसे सुरंग बनाने में गलती हो गई.
खुद को मारी गोली
इस गलती के बाद कर्नल को नौकरी से निकाल दिया. इसके साथ ही उन पर जुर्माना भी लगाया गया. यह चीज वह बर्दाश्त नहीं कर पाएं. जिसकी वजह से वह परेशान रहने लगे और एक दिन सुबह अपने कुत्ते के साथ टहलने के लिए निकल पड़ा. सुरंग के नजदीक जाते ही उसने खुद को गोली मार ली.
आज भी सुनाई देती है आवाज
कर्नल की मौत के बाद इस सुरंग को एचएस हर्लिंग्टन ने पूरा करवाया और जब साल 1903 में सुरंग बनकर तैयार हो गई. तब इसका नाम बड़ोग सुरंग रखा गया. सुरंग को लेकर कई भूतिया कहानियां प्रचलित है. लोगों का कहना है कि आज भी इस सुरंग में कर्नल बड़ोग का साया घूमता है. इसके अलावा कई बार लोगों ने उनके चीखने की आवजें भी सुनी है. ऐसा कहा जाता है कि कर्नल बरोग आज भी सुरंग के आसपास घूमता है. लोगों ने उसकी आत्मा आज को बात करते हुए देखा है. कई स्थानीय लोगों ने यहां पूजा-पाठ भी करवाया है, लेकिन इंजीनियर की आत्मा तब भी दिखाई देती है.