अब हर स्टूडेंट बनेगा IAS, हनुमान जी ले रहे हैं UPSC की Class!
सोशल मीडिया पर आए दिन वायरल होने वाले अजीबोगरीब वीडियो चर्चा का विषय बनते हैं, लेकिन हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने लोगों को चौंका दिया है. इस वीडियो में भगवान हनुमान जी यूपीएससी की क्लास लेते हुए नजर आ रहे हैं.
सोशल मीडिया पर आए दिन वायरल होने वाले अजीबोगरीब वीडियो चर्चा का विषय बनते हैं, लेकिन हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने लोगों को चौंका दिया है. इस वीडियो में भगवान हनुमान जी यूपीएससी की क्लास लेते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देखने के बाद हर किसी ने हैरानी जताई है.
हनुमान जी का IAS क्लास
दरअसल, वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स हनुमान जी के भेष में क्लास ले रहा है. उसके हाथ में गदा है और वह भगवान श्रीराम का नाम लेकर क्लास शुरू करता है. वीडियो में वह भाषा के इतिहास का पाठ पढ़ाते हुए नजर आता है. खास बात यह है कि यह क्लास यूट्यूब चैनल “हनुमान जी आईएएस क्लासेस” पर आयोजित की जा रही है. इस चैनल पर मौजूद सभी वीडियो में यही शख्स हनुमान जी के गेटअप में पढ़ाई कराता हुआ दिखता है.
वीडियो देख लोगों ने क्या कहा?
वीडियो के वायरल होते ही इंटरनेट पर बहस छिड़ गई है. कई लोगों ने इसे अनोखा और क्रिएटिव तरीका बताया, जबकि कुछ ने इस पर गुस्सा जाहिर करते हुए धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है. एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “क्या हनुमान जी का गेटअप लेकर पढ़ाई कराना सही है? यह धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है.” वहीं, कुछ लोग इसे मनोरंजन और शिक्षा का अनोखा मिश्रण मानकर इसका समर्थन कर रहे हैं. कुछ यूजर्स ने कहा कि इस टीचर के ऊपर कार्रवाई होना चाहिए.
सवाल खड़े करती ऐसी घटना
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की संस्कृति और इसके लिए अपनाए जाने वाले अनोखे तरीकों पर सवाल खड़ा करता है. क्या लोकप्रियता पाने के लिए किसी धार्मिक प्रतीक या भावनाओं का उपयोग उचित है? यह चर्चा का विषय बन गया है.
सोशल मीडिया का प्रभाव
वीडियो को देखने के बाद यह साफ है कि यह शख्स एक नए तरीके से अपने यूट्यूब चैनल को प्रमोट कर रहा है. हालांकि, यह तरीका कई लोगों को रास नहीं आ रहा. सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए लोग किस हद तक जा सकते हैं. धार्मिक प्रतीकों का इस तरह से उपयोग करना कितना उचित है, यह बहस का विषय बना हुआ है.