सीतापुर के उमरिया रेलवे पुल पर बुधवार को एक दर्दनाक घटना घटी, जहां रील बनाने के चक्कर में पति-पत्नी और उसके ढाई साल के बेटे की ट्रेन से कटकर मौत हो गई. यह हादसा उस समय हुआ जब अहमद और उसकी पत्नी नाजमीन अपने छोटे बेटे के साथ रेलवे ट्रैक पर रील बना रहे थे. मृतक परिवार हरगांव, सीतापुर में चेहल्लुम के आयोजन में शामिल होने के लिए अपने रिश्तेदारों के घर आया था.
एक झटके में गई जान
हादसा सीतापुर और खीरी जिलों से निकली शारदा सहायक ब्रांच नजर के रेलवे पुल के पास हुआ. अहमद और नाजमीन अपने बच्चे को साथ लेकर ट्रैक पर खड़े हो गए और रील बनाने लगे. इस दौरान लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन उसी दिशा में आ रही थी, लेकिन वे वीडियो बनाने में इतने व्यस्त थे कि उन्होंने ट्रेन की आवाजाही पर ध्यान नहीं दिया. वहां मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें चेतावनी देने के लिए आवाज भी लगाई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
ग्रामीणों की आवाज को किया नजरअंदाज
ग्रामीणों के हल्ला मचाने के बाद, अहमद और नाजमीन ने भागने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए और तीनों ट्रेन की चपेट में आ गए. मौके पर ही तीनों की मौत हो गई. इस हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके में शोक और भय का माहौल पैदा कर दिया है. स्थानीय लोग इस हादसे से बेहद आहत हैं और सोशल मीडिया पर रील बनाने की बढ़ती प्रवृत्ति के खतरों पर चर्चा कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- भिखारी को अंग्रेजी झाड़ते हुए देख विदेशी नागरिक हुए दंग, दे डाली इतनी बड़ी ऑफर!
रील के चक्कर में जा रही है जान
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया दिया. यह हादसा न केवल उन परिवारों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है, जो सोशल मीडिया के लिए खतरनाक स्थानों पर रील बनाने की होड़ में अपनी जान जोखिम में डालते हैं. यह घटना एक गंभीर उदाहरण है कि कैसे सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने के लिए लोग अपनी जान की परवाह किए बिना जोखिम उठाते हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के खतरनाक कृत्य से बचें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें,