Amar Singh Chamkila Death: दिलजीत दोसांझ और परिणीती चौपड़ा की नई फिल्म चमकीला को लेकर पंजाबी गायक अमर सिंह चमकीला का नाम इन दिनों काफी चर्चा में है. अमर सिंह चमकीला को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता बनी हुई है. इंटरनेट नेट पर अमर सिंह चमकीला को लेकर काफी कुछ सर्च किया जा रहा है. जैसे कि अमर सिंह चमकीला कौन थे, अमरजोत कौर कौन थे. इनकी मौत कैसे, कब और कहां हुई आदि-आदि. लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है कि आखिर हत्या वाले दिन चमकीला के साथ हुआ क्या था.
हत्या वाले दिन हुई थी यह घटना
यह घटना 8 मार्च 1988 की है. तब अमर सिंह चमकीला अपने लुधियाना स्थित डुगरी गांव से जालंधर के मेशमपुर गांव के लिए निकले थे. यहां वैवाहिक कार्यक्रम में उनका अखाड़ा होना था. पत्नी अमरजोत कौर के साथ पहुंचे चमकीला और उनकी टीम को कार्यक्रम स्थल से पहले एक घर में ठहराया गया. यहां चमकीला के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी. अमर सिंह चमकीला ने यहां अपने स्टॉफ के साथ खाना खाया. उस समय उनकी सेवा में तैनात रहे लोग बताते हैं कि चमकीला ने खाने में दाल और जलेबी मांगी थी. सोशल मीडिया पर मेशमपुर स्थित इस घर का वीडियो और फोटो खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि 1969 में बने इस घर में ही चमकीला ने अंतिम बार भोजन किया था और यह सब उनकी हत्या से केवल 15 से 20 मिनट पहले की बात है.
घर से खाना खाकर कार्यक्रम स्थल के लिए निकले थे चमकीला
जानकारी के अनुसार यहां भोजन करने के बाद दोपहर करीब दो बजे अपनी पत्नी अमरजोत और स्टॉफ के साथ कार्यक्रम स्थल के लिए निकले, जो वहां से करीब 500 मीटर की दूरी पर था. कार्यक्रम स्थल का रास्ता उस घर से खेतों के बीच होकर जाता है. हालांकि आज वहां पतली से सड़क बन गई है, लेकिन बताया जाता है कि उस समय यह रास्ता कच्चा था. कार्यक्रम स्थल पर लोगों की काफी भीड़ थी. दूर-दूर के लोग अमर सिंह चमकीला को सुनने आए हुए थे. बार-बार चमकीला के नाम का अनाउंसमेंट हो रहा था. पतली सी सड़क से होते हुए जैसे ही चमकीला की एंबेसडर कार कार्यक्रम स्थल के पास जाकर रुकी तो बाइक सवार हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. पहली गोली अमरजोत कौर को लगी, लेकिन इससे पहले की चमकीला कुछ समझ पाते हमलावरों ने उनको भी गोलियों से भून दिया. गोली लगने से बुरी तरह घायल चमकीला और अमरजोत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
Source : News Nation Bureau