देशवासियों की देवदूत बनकर रक्षा करने वाली भारतीय सेना ने कश्मीर में एक गर्भवती महिला की जान बचा ली. सेना के जवानों ने कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फ में फंसी गर्भवती को समय रहते हुए अस्पताल पहुंचा दिया, जिससे न सिर्फ महिला की जान बच गई बल्कि उसका बच्चा भी सुरक्षित जन्म ले पाया. सेना के जवानों ने घुटने तक जमी बर्फ में 3 किलोमीटर पैदल चलकर गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया था.
घटना मंगलवार देर रात की है. कुपवाड़ा के करालपुरा में सेना के पास मंजूर अहमद शेख नामक शख्स का फोन आया. उसने सेना से सहा कि उनकी पत्नी शबनम बेगम को प्रसव पीड़ा हो रही है और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचना है. भारी बर्फबारी और खराब मौसम की वजह से वहां न तो कोई सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा वाहन और न ही नागरिक परिवहन उपलब्ध था.
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इसके अलावा इतने कम समय में सड़क पर जमी बर्फ को हटाना भी संभव नहीं था. लिहाजा, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना के जवान एक नर्सिंग स्टाफ और कुछ जरुरी चिकित्सा उपकरणों के साथ मौके पर पहुंच गए. जवानों ने महिला और परिवार को घुटने तक जमी बर्फ में 3 किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल तक पहुंचाया. अस्पताल पहुंचने पर महिला को तुरंत चिकित्सा कर्मचारियों ने देखभाल शुरू कर दी.
सेना ने एक बयान में कहा, पीड़ित परिवार और नागरिक प्रशासन ने मानवीय प्रयासों के लिए सेना की टुकड़ी को धन्यवाद दिया और संकट के वक्त सेना को अवाम के सच्चे दोस्त के रूप में सराहा. बच्चे के जन्म के बाद पिता सैनिकों को मिठाई बांटने ऑपरेटिंग बेस पर पहुंचे. अब तक सेना के जवानों ने कश्मीर में दो दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं को बफीर्ले इलाकों से बाहर निकाला है.
Source : News Nation Bureau