सुधार के लिए कभी-कभी अलग तरीका भी अपना होता है. बेंगलुरु में पुलिस ने वहीं अलग तरीका निकाला जिससे यातायात नियम को और बेहतर बनाया जा सके. बेलगाम ऑटो ड्राइवर्स पर लगाम कसने के लिए पुलिस वाले खाकी वर्दी छोड़कर आम लोगों के भेष में आ गए. करीब 250 पुलिसकर्मी आम आदमी का रूप बदलकर अलग-अलग ऑटो पर सवार हुए. जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं.
बेलगाम ऑटो पर लगाम कसने के लिए सुबह 11 बजे 250 पुलिसकर्मी सादी वर्दी में अलग-अलग चौक-चौराहे पर खड़े होकर ऑटो बुक किया. 1575 ऑटोवालों का चालान तो सिर्फ इसलिए काटा गया क्योंकि उन्होंने सवारी ले जाने से इंकार कर दिया. यानी बुक करने के बाद राइड से मना कर दिया.
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जबकि 1346 ऑटो वालों का चालान ओवरचार्जिंग की वजह से काटा गया. जितना फेयर था उससे ज्यादा रुपए सवारी से मांग जा रहे थे.
वहीं, 2282 ऑटोटालकों के चालान यूनिफॉर्म ना पहनने के कारण, कागज पत्र पूरे ना होने के कारण काटे गए. कुल 52 सौ ऑटो चालकों का चालान काटे गये. 8 लाख रुपए के चालान पुलिसकर्मियों ने काटे.
ज्वाइंट कमिश्नर आफ पुलिस बीआर रविकांत ने बताया कि कागजात पूरे नहीं होने की वजह से 492 ऑटोरिक्शा को बैन कर दिया गया.
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वहीं पुलिसकर्मियों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि कुछ ऑटोवाले अच्छे भी थे. उन्होंने सीधे-सीधे मीटर चालू कर दिया. सही जगह पर उतारा और सही पैसे भी लिए. लेकिन ऐसे ऑटोवालों की संख्या बेहद ही कम थी.