भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. सोमवार को देशभर में कोरोना वायरस के कुल 53,601 मामले सामने आए. कोविड-19 महामारी से जूझते हुए देश को 5 महीने से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन आज भी मरीजों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में कोरोना मरीज पेड़ के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं. विजयनगरम के खड़सावलसा गांव में हुए कोरोना वायरस जांच के बाद 15 लोग पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें स्थानीय आंगनवाड़ी ले जाया गया था.
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मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है. वीडियो में एक मरीज ने बताया कि उनके गांव खड़सावलसा में तीन दिन पहले कोरोना वायरस की जांच की गई थी. जांच में गांव के 15 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए. जिसके बाद उन्हें एक स्थानीय आंगनवाड़ी भेज दिया गया था. मरीज ने बताया कि आंगनवाड़ी में उनके लिए मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई गई हैं. लिहाजा, वे सभी आंगनवाड़ी में एक पेड़ के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं.
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कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों ने बताया कि उनकी देखभाल के लिए आंगनवाड़ी में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं है. मरीजों में महिलाएं और बच्चे भी हैं और मजबूरी में सभी लोग एक ही पेड़ के नीच रहने के लिए मजबूर हैं. सोशल मीडिया पर मरीज की वीडियो वायरल होने के बाद ये मामला सामने आया और प्रशासन भी बिना देरी किए एक्शन में आ गया. सालुर मंडल के एमआरओ शेख इब्राहिम ने बताया कि सभी मरीजों को कल ही एक स्कूल में ठहराया गया था और उन्हें खाना भी मुहैया कराया गया था.
Source : News Nation Bureau