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यहां रहता है एक ऐसा शख्स जिसकी है 39 बीवियां और 94 बच्चे, जानें कोरोना काल में क्या है हाल

39 पत्नियां...94 बच्चे...33 पोते-पोतियां मिलाकर 181 सदस्यों वाला परिवार. पढ़कर हैरान रह गए ना. भला दुनिया में कोई ऐसा शख्स हो सता है, जिसके परिवार में 180 से भी ज्यादा लोग एक साथ रह सकते हैं.

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nitu pandey
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दुनिया की सबसे बड़ी फैमली( Photo Credit : गूगल)

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39 पत्नियां...94 बच्चे...33 पोते-पोतियां मिलाकर 181 सदस्यों वाला परिवार. पढ़कर हैरान रह गए ना. भला दुनिया में कोई ऐसा शख्स हो सता है, जिसके परिवार में 180 से भी ज्यादा लोग एक साथ रह सकते हैं. इतना ही नहीं उस शख्स की 39 पत्नियां भी है. अब आप सोच रहे होंगे कि दुनिया का सबसे बड़ा परिवार आखिर कहां रहता है और अभी वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे कर रहा होगा. तो चलिए बताते हैं इस परिवार की कहानी.

यह परिवार मिजोरम के बटवंग गांव में रहता है. परिवार के मुखिया का नाम है जियोना चाना. जिनकी उम्र है करीब 72 साल. लेकिन इस उम्र में भी ये न सिर्फ पूरी तरह फिट हैं बल्कि अपने इस लंबे चौड़े परिवार का ख्याल रखने में भी पूरी तरह सक्षम हैं.जियोना चाना की कुल 39 पत्नियां हैं. इन पत्नियों से जियोना के 94 बच्चे हैं.14 बेटों की शादी हो चुकी है, यानी 14 बहुएं भी हैं. इन बच्चों से जियोना के 33 पोते पोतियां हैं. इनके अलावा जियोना का एक पड़पोता भी है. इस परिवार का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है.

कोई भी एक दूजे से नहीं होना चाहता जुदा

जानकर हैरान होंगे कि परिवार में 181 सदस्य होने के बावजूद इनमें से किसी ने भी एक दूसरे से अलग होने या दूर जाकर रहने की कोशिश तो क्या कभी कल्पना भी नहीं की. जबकि समाज के बाकी परिवारों की तरह इनकी दिनचर्या भी कोई अलग नहीं. सुबह उठने के बाद परिवार का हर सदस्य किसी न किसी काम में लग जाता है. घर के पुरुष सदस्य जीविका के साधन तलाशते हैं. महिलाएं भोजन का बंदोबस्त करती हैं और बच्चे अपनी अपनी पढ़ाई लिखाई में जुट जाते हैं.

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महामारी में मिसाल बना परिवार

बता दें कि 100 कमरों के मकान में जियोना परिवार रहता है. जियोन जीविका के लिए बढ़ई का काम करते हैं . इस्तेमाल की हर चीज घर पर ही बनता है. जियोन परिवार में कोई कोरोना का मरीज नहीं है. इतना ही नहीं पूरे परिवार संक्रमण से बचने के लिए बाहरी दुनिया से ही खुद को काट लिया है.

परिवार बाहरी दुनिया से संपर्क काट चुका है 

बता दें कि मिजोरम में अब तक कोरोना का सिर्फ एक मरीज सामने आया है. बावजूद इसके ये परिवार गांव के दूसरे परिवारों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए हुए है. यूं भी ये परिवार इतना बड़ा है कि इसे किसी भी काम के लिए किसी और की मदद की जरूरत ही नहीं. खुद काम करना.. खुद खाना बनाना.. खुद ही खेलना और मनोरंजन करना.. इनका रूटीन बन चुका है.

खास बात ये है कि घर की महिलाएं भी पुरुषों के साथ मिलकर खेती बाड़ी करती हैं और इस दौरान जियोना चाना की सबसे बड़ी पत्नी मुखिया की भूमिका में रहती हैं जो सबके कामकाज पर नजर रखती हैं.

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दुनिया की सबसे बड़ी रसोई

इनके राशन का हिसाब किताब जानेंगे तो आप अचंभे में पड़ जाएंगे. परिवार में रोजाना 45 किलो चावल की खपत होती है.
25 किलो दाल और 60 किलो सब्जियों का इस्तेमाल होता है. परिवार को रोजाना 30-40 मुर्गों की जरूरत होती है.
रोज 20 किलो फल और दर्जनों अंडों का इस्तेमाल होता है.

हैरानी की बात ये है कि खाने-पीने की हर चीज ये परिवार खुद ही पैदा करता है. परिवार के पास बड़े बड़े खेत हैं जिनमें अनाज और सब्जियां होती हैं. फलों के अपने पेड़ हैं. खुद का पोल्टी फार्म भी है.

जियोना एक ऐसे जनजाति से आते हैं जहां कई शादियों को मंजूरी है

दरअसल जियोना चाना मिजोरम की एक ऐसी जनजाति से आते हैं जिसमें एक साथ कई बीवियां रखी जा सकती हैं. जियोना के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कई गरीब और अनाथ महिलाओं से शादी कर उन्हें अपने परिवार का हिस्सा बनाया है.

Source : News Nation Bureau

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