मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक कुत्ते को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि इसके निपटारे के लिए DNA टेस्ट कराना पड़ गया. जी हां, होशंगाबाद में एक कुत्ते को लेकर दो शख्स के मालिकाना हक वाले विवाद को सुलझाने के लिए कुत्ते का डीएनए टेस्ट कराया गया. बता दें कि लैब्राडॉर ब्रीड के इस कुत्ते के लिए शादाब खान और कार्तिक शिवहरे अपने-अपने मालिकाना हक का दावा कर रहे थे. पूरा मामला पिछले साल शुरू हुआ था, जिसका निपटारा अब जाकर हुआ है. DNA टेस्ट में मालूम चला कि कुत्ता कार्तिक शिवहरे का नहीं बल्कि शादाब खान का है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते साल नवंबर में कुत्ते को लेकर मालिकाना हक के लिए शादाब खान और कार्तिक शिवहरे ने होशंगाबाद के देहात थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. शादाब खान पेशे से एक पत्रकार हैं, जिन्होंने बताया कि वे इस कुत्ते को पचमढ़ी से लाए थे. वहीं, एबीवीपी के कार्यकर्ता कार्तिक ने बताया कि वे इस लैब्राडॉर को बाबई से खरीदे थे. हालांकि, पुलिस के लिए बड़ी समस्या उस वक्त खड़ी हो गई जब कुत्ता दोनों ही शख्स के पास पहुंच जा रहा था, मानो दोनों ही उसके मालिक हैं. देहात थाने में आया यह मामला देखने में जितना सीधा लग रहा था, असल में यह उतना ही टेढ़ा था.
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काफी कोशिशें करने के बाद भी जब यह मामला नहीं सुलझा तो पुलिस ने कुत्ते का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया. पुलिस ने शादाब के कहने पर उसकी मां का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए हैदराबाद भेज दिया. वेटेनरी डॉक्टर ने विवाद का विषय बने कुत्ते और उसकी मां दोनों का ब्लड सैंपल लिया था, जिसकी जांच हैदराबाद में हुई थी. जांच की रिपोर्ट सामने आने के बाद यह क्लियर हो गया कि कुत्ते का असली मालिक शादाब खान है.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश के होशंगाबाद का है पूरा मामला
- पिछले साल नवंबर में दर्ज कराया गया था केस
- मालिक की पहचान के लिए कराया गया DNA टेस्ट