जब किसी से मतभेद होता है तो लोग बातचीत के माध्यम से उसका हल निकालने की कोशिश करते हैं. लेकिन जब मनभेद होता है, तो मामला और गंभीर हो जाता है. कभी-कभी मामला इतना गंभीर हो जाता है कि खून खाराबा भी देखने को मिल जाता है. हम ये बातें आपको इसलिए बता रहे हैं कि इन दिनों एक झगड़ा खूब वायरल हो रहा है. जिसको जानकर आप भी दंग रह जाएंगे. आइये जानते हैं कि वो लड़ाई किसके बीच चल रही है.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बीड जिले से इंसानों की नहीं बल्कि जानवरों में खूनी जंग का मामला सामने आया है. जिले के एक गांव में कुत्तों और बंदरों के बीच खूनी जंग चल रही है. इसमें अब तक 80 से अधिक पिल्लों की मौत हो गई है. चिंतनीय बात यह है कि तमाम कोशिशों के बाद भी यह लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, बंदरों और कुत्तों के बीच खूनी जंग मजलगांव के लावूल गांव की है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यह जंग पिछले तीन महीने से चल रही है. बंदर कुत्तों पर हमला करते हैं तो कुत्ते बंदरों पर टूट पड़ते हैं. इस जंग में उछल-कूद मचाने में माहिर बंदर भारी पड़ रहे हैं. मौका पाते हुए बंदर कुत्तों के पिल्लों को लेकर ऊंचे जगहों पर चढ़ जाते हैं और वहां से फेंककर जान ले लेते हैं. स्थानीय लोगों ये भी बताया कि यह जंग इस इलाके में तब शुरू हुई जब कुछ कुत्तों ने बंदरों के एक बच्चे को मार डाला.
लगभग 5000 की आबादी वाले इस गांव में बंदरों ने कुत्तों से बदले का जो सिलसिला शुरू किया वह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. उसके बाद से ही बंदर पिल्लों की हत्या कर रहे हैं. स्थिति यहां तक आ घई है कि गांव में एक भी पिल्ला नहीं बचा है.
बंदरों के इस बर्ताव से गांव के लोग भी डर गए हैं. गांव वालों का कहना है कि बंदर झुंड में आते हैं और कुत्तों पर हमला कर देते हैं. हमले के वक्त अगर कोई पिल्ला उनके चंगुल में फंस जाता है तो उसको मौत के घाट उतार कर ही दम लेते हैं.
गांव के लोगों ने इस घटना की शिकायत वन विभाग से की है. वन विभाग के अधिकारियों ने कुछ बंदरों को पकड़ा भी है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में बंदर मौजूद हैं.