जुनून में इंसान क्या कुछ कर जाता है इसकी बानगी रांची के रहने वाले हिमांशु हैं. इनकी उम्र 24 साल है, लेकिन साइकिलिंग का ऐसा जुनून है कि वो सीधे सिंगापुर पहुंच गए. वो भी साइकिल चलाते हुए. आप यह जानकर और हैरान हो जाएंगे कि हिमांशु रांची से साइकिल चलाते हुए सिंगापुर पहुंचे. चलिए विस्तार से जुनूनी हिमांशु के बारे में बताते हैं.
24 साल के हिमांशु गोयल दिल्ली में रहते हैं. हिमांशु गोयल सीए कर रहे थे. जब वो फाइनल ईयर में थे तभी जीवन में साइकिलिंग का शौक चढ़ गया. सीए (CA) की पढ़ाई छोड़कर हिमांशु साइकिल चलाने लगे. फिर साइकिल चलाकर रांची से सिंगारपुर जाने का मन बनाया और उसे पूरा भी किया. जिस उम्र में लोग करियर को लेकर चिंतित होते हैं उस उम्र में हिमांशु अपने जुनून को मुकाम देने में लग गए.
हिमांशु सिंगापुर जाने के लिए सोलो प्लान यानी खुद पूरी तैयारी की. उन्होंने अपने पास जरूरी सामान रखा. पंचर किट रखी, कुछ कपड़े और फर्स्ट ऐड किट अपने बैग में रखा. स्लिपिंग बैग, कैंपिंग गियर रखने के साथ सारी सेविंग्स जो उन्होंने की थी अपने साथ रखकर निकल पड़े रांची से सिंगापुर के लिए.
हालांकि सिंगापुर जाने से पहले हिमांशु अपनी ताकत का अंदाजा लगाने के लिए पहले हर दिन 10 किलोमीटर साइकिल चलाते थे. फिर मनाली से लद्दाख साइकिल से पहुंचे.
जब हिमांशु को लगा कि वो सिंगापुर साइकलिंग करते हुए जा सकते हैं तो उन्होंने पूरा प्लान बनाया. हिमांशु को सिंगापुर का 15 दिनों का वीजा मिला. हिमांशु रांची से सिंगापुर महज 55 दिन में पहुंच गए. इस दौरान उन्होंने 6000 किलोमीटर की यात्रा की.
अपनी 55 दिनों की लंबी यात्रा के दौरान, वह त्रिपुरा, असम, मणिपुर, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, मलेशिया और अंत में सिंगापुर सहित कई जगहों से गुजरा.
हिमांशु से जब पूछा गया कि उन्हें सीए छोड़ने का कोई मलाल है तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल नहीं. उनका कहना है कि वो जो करना चाहते हैं उन्हें साइकिलिंग ट्रिप के बाद पता चला. हिमांशु अगला ट्रिप दिल्ली से फिनलैंड तक का है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो