भारत में सरकार के तमाम प्रयासों और सख्त कानून के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कोई कटौती नहीं आ रही है. साल 2010 में भारत में हुए कुल सड़क हादसों में करीब 134513 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2018 में बढ़कर 1.50 लाख हो गई. वहीं, साल 2017 में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या 1.47 लाख थी. मोटर वाहन अधिनियम 2019 के तहत यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए जुर्माने की राशि को कई गुणा बढ़ा दिया गया है. लेकिन सवाल अभी भी यही है कि क्या ऐसा करने से देश में होने वाले सड़क हादसों में कमी आ पाएगी.
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सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बेहद ही शानदार वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिस का एक अधिकारी लोगों को कार चलाते वक्त सीट बेल्ट लगाने की उपयोगिता को समझाने की कोशिश कर रहा है. वीडियो में आप देखेंगे कि एक आर्टिफीशियल कार रैम्प पर पुलिस का अधिकारी सीट बेल्ट लगाए हुए हैं जबकि उनके बगल में बैठाए गए एक डमी को किसी भी प्रकार की सेफ्टी नहीं दी गई है. आगे आप देखेंगे कि जैसे ही रैम्प पर ये आर्टिफीशियल कार टकराती है तो सीट बेल्ट लगाए पुलिस का अधिकारी अपनी जगह से टस से मस नहीं हुआ जबकि डमी अपनी सीट से उछलकर नीचे गिर गया.
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सड़क हादसों में मारे जाने वाले लोगों में देखा जाता है कि कार चालक और चालक के बगल में बैठने वाली सवारी सीट बेल्ट नहीं लगाती है, ऐसे में हादसा होने से बिना सीट बेल्ट लगाए लोगों को भीषण चोट लगती है. सीट बेल्ट नहीं लगाने की वजह से चालक का सिर कार की स्टेयरिंग से टकरा जाता है, जिसकी वजह से उसकी मौत होती है. ठीक ऐसा ही चालक सीट के बगल में बैठे शख्स के साथ भी होती है. कई मामलों में देखा जाता है कि बिना सीट बेल्ट बांधे हादसे का शिकार हुए लोग टक्कर होने के बाद कार का शीशा तोड़ बाहर निकल जाते हैं. वीडियो से प्रशासन सीट बेल्ट की उपयोगिता के बारे में बता रहे हैं. वीडियो बनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में सीट बेल्ट लगाने के प्रति जागरुक करने का है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो