कमरे में कैद थी लाशें, फिर... ब्रिटेन का ये हालिया मामला बेहद चौंकाने वाला है. जहां लिंकनशायर पुलिस को एक कमरे में कैद ढेरों 'लाशों' की सूचना मिलती है. मुमकिन था कि ये कोई मास किलिंग की वारदात थी, लिहाजा पुलिस बिना देरी के फौरन मौका-ए-वारदात पर जा पहुंचती हैं. उस कमरे का मंजर खौफनाक था, फर्श पर ढेरों बेजान नुमा जिस्म पड़े थे और उनके बीच खड़ी थी एक जिंदा औरत. पुलिस भी ये नजारा देख हैरत थी, ऐसे में तुंरत उस कमरे में दाखिल हुई...
दरअसल इससे पहले भी ब्रिटेन में कई ऐसे मामले आ चुके हैं, जहां मास किलिंग की वारदातें देखी गई हैं. ऐसे में लिंकनशायर पुलिस अपनी तरफ से पूरी तरह तैयार थी. हालांकि जब पुलिस कथित मौका-ए-वारदात पर पहुंची, तो असल मामला कुछ और ही था...
हकीकत कुछ और थी...
पुलिस को मालूम चला कि, कमरे में कैद ढेरों बेजान जिस्म असल में जिंदा है. यानि यहां कोई भी मास किलिंग जैसी वारदात को अंजाम नहीं दिया गया है. मगर फिर वो कॉल क्यों की गई थी? इसी जवाब की तलाश में पुलिस ने कमरे में मौजूद उन तमाम लोगों से पूछताछ शुरू की, मालूम चला कि वे असल में योगा का एक विशेष आसन शवासन कर रहे थे.
योग ट्रेनर मिल्ली लॉज़ से पुलिस पड़ताल में बताया कि, असल में वे लिंकनशायर में मौजूद सीस्केप कैफे में सात लोगों को योग करा रही थी, इसी बीच बिल्डिंग के बाहर मौजूद तमाम लोग खिड़की से कमरे के अंदर झांक रहें थे. जब उन्होंने ढेरों लोगों को बिना किसी हरकत के देखा, तो उन्हें मास किलिंग का अंदाजा हुआ.
सब डरे हुए थे...
लिहाजा पुलिस को कॉल कर इसकी इत्तला दी गई. जहां पड़ताल के बाद ये हकीकत सामने निकल कर आई. मिल्ली लॉज़ ने भी जब पुलिस को खोजी कुत्ते और तमाम हथियार के साथ देखा, तो वे भी डर गई. हालांकि बाद में सब कुछ सामान्य हो गया.
Source : News Nation Bureau