शादियों का सीजन चल रहा है और इसी बीच एक खबर आ रही है कि एक महिला आईएएस (IAS) अफसर और आईएफएस (IFS) अधिकारी की शादी चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल मामला यह है कि मिली जानकारी के तहत आईएएस तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने UPSC की परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल की है और हाल ही में उन्होंने आईएफएस अधिकारी गर्वित गंगवार(Garvit Gangwar) से शादी की है. मामला यह है कि तपस्या ने कन्यादान कराने से इनकार कर दिया है. जी हां, हिन्दू रीति-रिवाजों और संस्कृति के खिलाफ जाकर तपस्या ने अपने पिता से कहा है कि 'मैं दान की चीज नहीं हूं, आपकी बेटी हू, इसलिए आप मेरा कन्यादान नहीं करेंगे.'
यह शादी पर चर्चा का विषय इसलिए भी बन गई है क्यूंकि ये सब घरवालों की और ससुराल वालों की सहमति से हुआ है. दरअसल हिंदू मान्यताओं के अनुसार कन्यादान नाम का एक रिवाज है जिसको सभी हिन्दू धर्म से शादी करने वाले लोग मानते हैं. इस रस्म के मुताबिक पिता अभी बेटी को वर पक्ष को सौंप देता है. लेकिन तपस्या की इस रिवाज पर सोच थोड़ी अलग है. उनका बचपन से ही मानना है कि कैसे कोई उनका कन्यादान कर सकता है, वह भी उनकी बगैर इच्छा के और यही बात उन्होंने अपने परिवार वालों से भी कहा है. उनका कहना है कि उनको अपने परिवार वालों को समझाने में समय लगा लेकिन परिवार भी मान गया और वर पक्ष भी इस बात के लिए राजी हो गए कि बगैर कन्यादान किए भी शादी की जा सकती है.
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तो वहीं दूसरी तरफ तपस्या के पति IFS गर्वित का कहना है, 'क्यों किसी लड़की को शादी के बाद पूरी तरह बदलना चाहिए. चाहे मांग भरने की बात हो या कोई ऐसी परंपरा जो ये सिद्ध करें कि लड़की शादीशुदा है. ऐसी रस्में लड़के के लिए कभी लागू नहीं होती और इस तरह की मान्यताओं को हमें धीरे-धीरे दूर करने की कोशिश करनी चाहिए'. इतना होने के बाद शादी को समपन्न किया गया जिसमें कन्यादान करने का रिवाज नहीं अपनाया गया.