No Confidence Motion: संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है. हालांकि मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है. हर दिन संसद का सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ रहा है. इस बीच विपक्ष मणिपुर के हालातों पर चर्चा की मांग करते-करते आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ गया. खास बात यह है कि इस अविश्वास प्रस्ताव की भविष्यवाणी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल पहले ही कर दी थी. पीएम मोदी ने उस दौरान सदन में विपक्ष को कह दिया था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना. अब जब मणिपुर मामले पर विपक्ष नो कॉन्फिडेंस मोशन लेकर आया है तो पीएम मोदी के उस बयान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
ये है पूरा मामला
विपक्षी दलों का हालिया बना गठबंधन INDIA बुधवार को लोकसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया. केंद्र की मोदी सरकार के लिए यह इसलिए चिंता का विषय नहीं है क्योंकि उनके पास पर्याप्त बहुमत है. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी 2019 में विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था. उस दौरान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में अपने संबोधन के दौरान ये कहा था कि, 'विपक्ष की नीतियों की वजह से उनकी ये हालत हो गई है कि वह 400 से 40 पर पहुंच गए हैं. जबकि हम 2 से यहां तक पहुंचे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि, 2023 में भी आप लोगों को अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिलेगा. '
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पीएम मोदी ने कहा कि, 'मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं कि आप अगली बार भी अपनी पूरी तैयारी के साथ आएं, आपको 2023 में एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले.'
Opposition is bringing a No confidence motion against government which PM Modi had predicted 5 years ago! pic.twitter.com/PBCaUe3fqG
— DD News (@DDNewslive) July 26, 2023
अबी पीएम मोदी का ये बयान जमकर वायरल हो रहा है. उनके वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से साझा भी किया जा रहा है. 45 सेकेंड के वीडियो में पीएम मोदी का विपक्ष के खिलाफ आक्रामक रवैया आसानी से देखा जा सकता है. बता दें कि, पीएम मोदी ने ये बात 7 फरवरी 2019 को कही थी.
गिरने के बाद भी विपक्ष क्यों लाया अविश्वास प्रस्ताव
दअसल संसद में संख्या बल में कमजोर होने के बाद भी विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया. इसके पीछे उनका मकसद था कि मणिपुर हिंसा मामले पर वह सरकार को घेरकर पर्सेप्शन की लड़ाई जीत सकें. बता दें कि नीचले सदन में विपक्ष के पास 150 से भी कम संख्या बल है लिहाजा उनका अविश्वास प्रस्ताव टिकने वाला नहीं है.
क्यों है सरकार और विपक्ष में विवाद
सरकार और विपक्ष के बीच मणिपुर हिंसा को लेकर विवाद की स्थिति इसलिए बनी हुई है क्योंकि विपक्ष लगातार हिंसा मामले पर पीएम मोदी के संबोधन की मांग कर रहा है, जबकि केंद्र सरकार इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह को चर्चा के लिए जिम्मेदार बता रही है. यही वजह है कि सदन में विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार हंगामा और नारेबाजी कर रहा है.
HIGHLIGHTS
- मणिपुर हिंसा पर विपक्ष लाया अविश्वास प्रस्ताव
- नो कॉन्फिडेंस मोशन को लेकर वायरल हो रहा पीएम मोदी का वीडियो
- पीएम मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी इसकी भविष्यवाणी