गर्मी की शुरुआत और रमजान के दौरान हमदर्द का शरबत रूह अफजा बाजार से गायब है. हमदर्द पाकिस्तान की भारत में रूहअफ्जा की कमी पर आपूर्ति की पेशकश की है. पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द (Hamdard Pakistan) ने भारत में रूह अफजा (Rooh Afza) की आपूर्ति की पेशकश की है. एक भारतीय समाचार साइट के एक लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए हमदर्द पाकिस्तान (Hamdard Pakistan) के मुख्य कार्यकारी उस्मा कुरैशी (Usma Qureshi) ने रूह अफजा पेय की भारत को वाघा सीमा के जरिए आपूर्ति का प्रस्ताव दिया.
यह भी पढ़ेंः बालाकोट एयरस्ट्राइक पर बड़ा खुलासा, अब भी अस्पताल में हैं 45 आतंकी
चर्चा है कि हमदर्द कंपनी के प्रोमोटरों में पारिवारिक विवाद चल रहा है. हालांकि ये शरबत बनाने वाली कंपनी हमदर्द लैब्स ने कहा है कि कुछ हर्बल तत्व की सप्लाई में कमी के कारण ये शरबत बाजार से गायब हुआ है.
यह भी पढ़ेंः Sensex Today: शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 488 प्वाइंट लुढ़ककर 38,000 के नीचे बंद
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक ऐसी अफवाह है कि कंपनी के पारिवारिक विवाद के कारण अप्रैल से इसका प्रोडक्शन बंद है. हालांकि कंपनी के चीफ सेल्स और मार्केटिंग ऑफिसर मंसूर अली ने कहा कि शरबत में उपयोग आने वाले कुछ तत्व की कमी के कारण सप्लाई में कमी आई है. उनके मुताबिक सप्लाई गैप को 1 हफ्ते में पूरा कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ेंः अब तक की वोटिंग क्या कर रही इशारा, मोदी रहेंगे या जाएंगे ऐसे समझें
400 करोड़ रुपए के इस ब्रांड की बिक्री गर्मी के दिनों में 25 फीसदी बढ़ जाती है. ऐसी खबरें हैं कि हमदर्द के फाउंडर हकीम हफीज अब्दुल मजीद, उनके पोते अब्दुल मजीद और उसके कजीन हमद अहमद के बीच कंपनी के नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है. अहमद ने मजीद के खिलाख केस फाइल किया है जिसके कारण प्रोडक्शन बंद है.
यह भी पढ़ेंः क्या शिवराज सिंह चौहान की आंखें हो गईं हैं कमजोर, कांग्रेस ने भेजा बादाम और च्यवनप्राश
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले 4 महीने से परिवार में विवाद के कारण सप्लाई में कमी है. प्रोडक्शन पिछले साल नवंबर से ही बंद है जो अप्रैल में मध्य में शुरू हुआ है. हमदर्द कंपनी साफी, सिंकारा, मस्तुरिन और जोशीना जैसे दवा ब्रांड भी बनाती है.
यह भी पढ़ेंः चीन ने मुसलमानों पर फिर ढाया कहर, दर्जनों मस्जिदों को नेस्तानबूत किया
बता दें, रमजान के महीने में रूह अफजा का ज्यादा इस्तेमाल होता है. गर्मी में अधिकतर लोग इफ्तारी के समय इसका इस्तेमाल करते हैं. खास बात ये है कि एक बोटल में कई ग्लास बन जाते हैं और हर जगह इसका इस्तेमाल होता है.
HIGHLIGHTS
- 400 करोड़ रुपए के इस ब्रांड की बिक्री गर्मी के दिनों में 25 फीसदी बढ़ जाती है.
- भारत को वाघा सीमा के जरिए आपूर्ति का प्रस्ताव दिया पाकिस्तान ने
- गर्मी में अधिकतर लोग इफ्तारी के समय इसका इस्तेमाल करते हैं.
Source : News Nation Bureau