दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल (NRC) के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, केरल के रहने वाले 23 वर्षीय युवक अब्दुल्ला एसएस ने जब दुबई की एक कंपनी में जॉब अप्लाई किया तो उसे ये कहा गया कि वो नौकरी की जगह शाहीन बाग में प्रदर्शन करें. युवक ने कंपनी के इस हैरान कर देने वाले मेल को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है, जो कि अब काफी वायरल हो रहा है.
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बताया जा रहा है कि अब्दुल ने दुबई की इस कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर पोस्ट के लिए अप्लाई किया था. वहीं दुबई के एक अखबार के मुताबिक, कंपनी कंसल्टेंसी फर्म के सीनियर अधिकारी जयंत गोखले ने ईमेल करते हुए लिखा, 'मैं सोच रहा था कि आपको नौकरी की क्या जरूरत है? दिल्ली जाओ और वहां शाहीन बाग में चल रहे धरने में शामिल हो जाओ. हर दिन आपको मुफ्त में एक हज़ार रुपये मिलेंगे. इसके अलावा मुफ्त में बिरयानी. चाय, खाना और मिठाइयां भी मिलेंगी.'
दूसरी तरफ इस मेल के वायरल होने के बाद गोखले ने सफाई देते हुए कहा कि वो बीमार हैं और उसके मेल को लोग जबरदस्ती का मुद्दा बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मेल के जरिये उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, 'मैंने अबदुल्ला से पहले ही माफी मांग ली है'.
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गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर जारी किए गए इस वीडियो में कहा गया था कि शाहीनबाग में धरना दे रहीं महिलाएं शिफ्ट के हिसाब से इस धरने में आती हैं. प्रत्येक शिफ्ट के लिए हर एक महिला को 500 रुपये का भुगतान किया जा रहा है. हन्हें रुपये कौन दे रहा है, न तो इसका खुलासा किया गया है और न ही इस वीडियो की सत्यता अभी साबित नहीं हो पाई. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो की चर्चा शाहीनबाग में भी होती रही. प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं व उनके साथ मौजूद युवाओं ने इस वीडियो को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी.