सोशल मीडिया के किस्से भी निराले हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर जिस गांव की तस्वीरें वायरल हो रही है. वो अपने आपमें अनोखा है. जी हां उस छोटे से गांव में साल के तीन माह तक अंधेरा छाया रहता है. जिसके चलते गांव में तरह-तरह की बीमारियां भी घर कर लेती हैं. दिलचस्प बात ये है कि बीमारियों से निजात पाने के लिए गांव के लोगों ने आर्टीफिशियल सूर्य बना डाला था. सोशल मीडिया पर गांव की तस्वीर काफी पसंद की जा रही हैं. साथ ही गांव की हालात के बारे में यूजर्स तरह-तरह के रिएक्शन्स भी दे रहे हैं. खैर जो भी हो इस तरह का गांव भी दुनिया में है. जहां तीन माह तक अंधेरा ही रहता है. यह खबर वास्तव में अचंभित करने वाली है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इटली के उत्तरी इलाके में मौजूद विगनेला (Viganella) गांव चारों तरफ पहाड़ों और घाटियों से घिरा हुआ है. खासकर सर्दियों के मौसम में यहां पूरे तीन माह तक सूर्य की किरणें नहीं आ पाती. जिसके चलते नवंबर से लेकर फरवरी तक वहां अंधेरा छाया रहता है. इस दौरान गांव में सूरज की किरणें नहीं पहुंचने पर लोगों को कई बीमारियों से गुजरना पड़ता था. सूरज की किरणों की कमी के कारण गांव के लोगों को निगेटिव इम्पैक्ट अनिद्रा, मूड खराब रहना, एनर्जी लेवल कम होना, क्राइम रेट बढ़ने जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता था. टिकटॉक पर एक वीडियो में बताया गया था कि बीमारियों से बचने के लिए गांव वालों ने खुद का सूरज ही बना लिया था. खबरों के मुताबिक विगनेला (Viganella) गांव ने साल 2006 में 100,000 यूरो की लागत से 8 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा ठोस स्टील शीट का निर्माण किया. ऐसा करने के बाद सूरज की रोशनी सीधे इस स्टील शीट पर पहुंचती है जो गांव में अच्छी रोशनी प्रदान करती है.
6 घंटे मिलने लगी रोशनी
डॉ. करण बताते हैं कि 2008 में विगनेला के मेयर पियरफ्रेंको मिडाली ने कहा था कि इस प्रोजेक्ट के पीछे के आइडिया का वैज्ञानिक आधार नहीं, बल्कि एक मानव है. इसलिए इसे लगातार नहीं कर सकते. हालाकि जो भी हो सोशल मीडिया पर ऐसे गांव की तस्वीरों को लोग पसंद कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है. दुनिया का अजूबा है ये गांव तो. जिसमें 3 माह तक अंधेरा ही रहता है.
HIGHLIGHTS
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रही गांव की तस्वीरें
- अंधेरे की वजह से पनप रही गांव में बीमारियां
- नवंबर से लेकर फरवरी तक बना रहता है अंधेरा