क्या आपने सुना है कि किराएदारों को रखने के लिए उससे 12 वीं की मार्कशीट मांगी गई. मकान मालिक यहीं नहीं रुका उसने किराएदार से सीवी की भी डिमांड कर दी. ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु का है, यहां पर किराएदार से उसके वर्क प्रोफाइल के साथ 12 वीं की मार्कशीट तक मांग ली गई. इसका खुलासा तब हुआ जब यह ट्वीट तेजी से वायरल होने लगा. ट्विटर यूजर शुभ (@kadaipaneeeer) ने हाल ही में अपने रिश्तेदार का एक ट्वीट डाला. इस ट्वीट से यह पता चलता है कि कैसे बेंगलुरु में किराए का मकान खोजने के समय उनके भाई को इस कारण घर नहीं दिया गया, क्योंकि 12 वीं में उसके अंक कम थे. ट्वीट एक ब्रोकर के साथ बातचीत के अंश का स्क्रीनशॉट है. इस ट्वीट में शख्स किराएदार को अपनी पर्सनल जानकारी दे रहा है.
किराएदार से कुछ जरूरी दस्तावेज मांगे
इस शख्स का नाम योगेश है. वह ब्रजेश नाम के ब्रोकर से बातचीत करता दिखाई दे रहा है. ब्रोकर शख्स को संदेश भेजता है. मकान मालिक ने योगेश की प्रोफाइल को पास कर दिया था. इसके बाद उसने किराएदार से कुछ जरूरी दस्तावेज मांगे. ब्रोकर ने योगेश से लिंक्डइ/ट्विटर प्रोफाइल मांगा. इसके कंपनी का ज्वाइनिंग लेटर और 10वीं के साथ 12वीं की मार्कशीट मांगी. इसके साथ आधार-पैन की फोटो के साथ 200 शब्दों में अपने बारे में लिखने को कहा. इस डिमांड को ब्रोकर ने ओनर की डिमांड बताया.
12 वीं के अंक 75 फीसदी ही थे
ब्रोकर को योगेश जानकारी भेज देता है. इसके कुछ देर बाद उसे संदेश आता है कि ओनर ने उसे इसलिए रिजेक्ट कर दिया क्योंकि उसके 12 वीं के अंक 75 फीसदी ही थे. जबकि ओनर की डिमांड थी कि 90 प्रतिशत वाले शख्स को किराएदार बनाएगा. ये सुनकर शख्स ने गुस्से में इसका रिप्लाई भेजा. इस स्क्रीनशॉट शुभ ने रख लिया. इसे शेयर करते हुए लिखा, अंक आपका भविष्य तय नहीं करता है, मगर ऐसे लोग जरूर तय करते हैं कि बेंगलुरु में रहने के लिए घर मिलेगा की नहीं. ये ट्वीट तेजी से वायर होने लगा. लोगों ने मकान मालिक को ट्रोल करना शुरू दिया.
Source : News Nation Bureau